रिश्वतखोरी का बड़ा मामला, सालभर में पुलिस को 48,000 करोड़ रुपये रिश्वत देते हैं ट्रक ड्राइवर, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी घूस
By रजनीश | Published: March 1, 2020 09:32 AM2020-03-01T09:32:26+5:302020-03-01T09:52:00+5:30
इस रिपोर्ट में एक बात और सामने आई कि जागरण कराने वाली पूजा समिति जैसे छोटे-छोटे समूह भी इन ट्रक वालों से जबरन वसूली करते हैं। पैसे न देने पर ट्रकों को आगे जाने का रास्ता नहीं देते और उनके रास्ते को रोक देते हैं।
देशभर में होने वाली घूसखोरी और भ्रष्टाचार की कलई एक बार फिर खुली है। यह मामला पुलिस विभाग द्वारा ट्रक ड्राइवरों से वसूले जाने रिश्वत के रूप में सामने आया है। इस रिश्वतखोरी का आंकड़ा इतना बड़ा है कई बड़ी-बड़ी कंपनियां और उद्योग धंधे भी इतने रुपये नहीं कमाते हैं। एक स्टडी में ये सामने आया है कि ट्रैफिक और हाइवे पुलिस ने ट्रक ड्राइवरों और मालिकों से 48,000 करोड़ रुपये की रिश्वत ली है।
यह स्टडी सेवलाइफ फाउंडेशन द्वारा संचालित एक संस्था ने किया। यह स्टडी 10 बड़े ट्रांसपोर्ट और परिवहन केंद्रों पर की गई। यह रिपोर्ट सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह ने जारी किया और दावा किया कि ऑल-इंडिया लेवल पर दो-तिहाई लगभग 67 परसेंट ड्राइवरों ने इस बात को स्वीकार किया कि ट्रैफिक और हाइवे पुलिस उनसे रिश्वत लेती है।
स्टडी में शामिल किए गए ट्रांसपोर्टों में गुहावटी में सबसे ज्यादा घूस लेने के मामले सामने आए जहां 97.5 परसेंट ड्राइवरों ने दावा किया उनसे घूस लिया गया है। चेन्नई में ये आंकड़ा 89 परसेंट और दिल्ली में 84.4 परसेंट है।
गली-मुहल्ले वाले भी वसूलते हैं पैसे-
एक बात जो और सामने आई कि जागरण कराने वाली पूजा समिति जैसे छोटे-छोटे समूह भी इन ट्रक वालों से जबरन वसूली करते हैं। पैसे न देने पर ट्रकों को आगे जाने का रास्ता नहीं देते और उनके रास्ते को रोक देते हैं।
देखा जाए तो प्रत्येक ट्रिप पर ड्राइवरों को 1,257 रुपये रिश्वत के तौर पर देने पड़े। यहां तक की ट्रक चालकों को आरटीओ अधिकारियों को भी रिश्वत देना पड़ा। स्टडी में शामिल लोगों में 44% लोगों ने RTO को घूस देने की बात स्वीकार किया।
डीएल के लिए वसूला जाता है घूस-
रिपोर्ट में एक बात और सामने आई कि 47% ट्रक ड्राइवरों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू (नवीनीकरण) कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ी। मुंबई में 93% ड्राइवरों ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें अपने लाइसेंस को रिन्यू कराने के लिए घूस देना पड़ा वहीं गुहावटी में 83% और दिल्ली-एनसीआर में 78% लोगों ने कहा कि उन्हें अपने डीएल को रिन्यू कराने के लिए घूस देना पड़ा।
रिपोर्ट में एक बात और सामने आई कि रिश्वत लेने के लिए उनके तरीके भी अलग-अलग हैं। कोई गुलाबी रंग की पर्ची से रिश्वत लेता है, तो कोई दूसरे संकेत और पहचानों का इस्तेमाल करता है।