सड़क दुर्घटनाओं में साधारणत: 80 फीसदी हादसे मानवीय भूल की वजह से ही होते हैं. ये टाले जा सकते हैं. हालांकि इसे लेकर गंभीरता कम ही नजर आती है. विदर्भ में जनवरी से अगस्त 2019 तक आठ महीनों में 4848 हादसे हुए हैं. इनमें 1964 व्यक्तियों की जान चली गई और4628 जख्मी हुए.सर्वाधित दुर्घटनाएं नागपुर जिले में घटीं और मौतें भी ज्यादा यहीं हुई हैं. नागपुर जिले में 1297 दुर्घटनाएं और 421 की मौत हुई. बढ़ते शहरीकरण की वजह से मुख्यमार्ग ही नहीं बल्कि मोहल्लों की गलियों तक में यातायात की समस्या है. बदहाल सड़कें, वाहनों की तादाद में भारी इजाफा और नियमों की अनदेखी की वजह से सुरक्षित यातायात में दिक्कतें हैं. पार्किंग की सीमित जगह होने के चलते रास्तों पर ही वाहनों के अतिक्रमण की समस्या भी पांव पसार रही है.5 फीसदी बढ़ा मौत का आंकड़ा परिवहन विभाग ने जनवरी से अगस्त 2018 व जनवरी से अगस्त 2019 को लेकर राज्य में हुए हादसों की तुलनात्मक रिपोर्ट पेश की है. इसके मुताबिक विदर्भ में बीते वर्ष इसी अवधि के मुकाबले हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है. 2018 में उक्त महीनों के दरमियान 5107 व 2019 में इसी अवधि में 4848 हादसे हुए. 2018 में दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 1865 थी लेकिन 2019 में यह 1964 हो गई.
नए ट्रैफिक नियमों के बाद भी नहीं घटे रोड एक्सीडेंट, इस राज्य में 5% बढ़ा दुर्घटना से होने वाली मौत का आंकड़ा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 16, 2019 09:14 IST
परिवहन विभाग ने जनवरी से अगस्त 2018 व जनवरी से अगस्त 2019 को लेकर राज्य में हुए हादसों की तुलनात्मक रिपोर्ट पेश की है.
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ठळक मुद्देविदर्भ में बीते वर्ष इसी अवधि के मुकाबले हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है.2018 में उक्त महीनों के दरमियान 5107 व 2019 में इसी अवधि में 4848 हादसे हुए.