कार निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जल्द ही एटम (Atom) नाम से इलेक्ट्रिक क्वाड्रिसाइकल लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने इसका टीजर वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो के जरिए कंपनी ने अपनी 4-सीटर व्हीकल के फीचर्स की जानकारी दी है।
महिंद्रा अपनी इस 'छोटी इलेक्ट्रिक कार' एटम को शहर के ग्रीन लास्ट माइल कनेक्टिविटी व्हीकल के रूप में पेश करेगी। इस कार में भरपूर स्पेस मिलेगा। इसके चलते इसमें सामान लोड करना भी बहुत आसान होगा।
बैटरी और स्पीडएटम इलेक्ट्रिक क्वाड्रिसाइकिल में 15kW इलेक्ट्रिक मोटर और लिथियम आयन बैटरी पैक दिया जाएगा। इसकी टॉप स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी।
रेंजमहिंद्रा की इस इलेक्ट्रिक गाड़ी की रेंज लगभग 75 किलोमीटर हो सकती है। हालांकि इस कार में बैटरी-स्वैपिंग की सुविधा नहीं होगी लेकिन इसको लगभग 4 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकेगा। डिजाइन एटम इलेक्ट्रिक क्वाड्रिसाइकल में क्लियर-लेंस हेडलैंप, फ्रंट और रियर बंपर पर रिफ्लेक्टर स्ट्रिप्स, बड़ी विंडशील्ड, बॉडी कलर आउट साइड रियर मिरर, बोल्ड साइड क्रीज और ट्रिपल-पॉड टेल लैंप शामिल हैं। यह कार 2 दरवाजे के साथ आती है और इसमें तीन लोगों के बैठने की जगह है।
महिंद्रा की इस इलेक्ट्रिक क्वाड्रिसाइकल में सीट बेल्ट और एयर-कंडीशनर जैसे स्टैंडर्ड फीचर्स दिए जाएंगे। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इसमें एयरबैग और एबीएस जैसे सेफ्टी फीचर्स नहीं होंगे।
साल 2020-21 में हो सकती है लॉन्च महिंद्रा ने एटम को इस साल फरवरी में ऑटो एक्सपो 2020 में प्रदर्शित किया था। पहले यह क्वाड्रिसाइकल इसी साल लॉन्च होनी थी लेकिन कोरोना के चलते इसकी लॉन्चिंग को टाल दिया गया था। कंपनी इसे इस वित्त वर्ष (2020-21) में लॉन्च करने की तैयारी में है।
सबसे किफायती इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलरकंपनी का लक्ष्य इस इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर को भारत के सबसे किफायती इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर के रूप में लॉन्च करना है। इसके साथ ही कंपनी की तैयारी eKUV100 सहित 2 अन्य इलेक्ट्रिक व्हीकल भी लॉन्च करने की तैयारी है।
कीमतअगर महिंद्रा इस इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर को लॉन्च कर देती है तो यह देश की पहली इलेक्ट्रिक क्वॉड्रिसाइकल होगी। इसकी कीमत 3 से 5 लाख के बीच होने की उम्मीद है। इस कीमत के साथ यह देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारों में से एक होगी। महिंद्रा की क्वाड्रिसाइकल से पहले बजाज के क्वाड्रिसाइकल की भी काफी चर्चा थी लेकिन वह इलेक्ट्रिक क्वाड्रिसाइकल की जगह बाजार में पहले से मौजूद ईंधन पर आधारित थी। हालांकि अभी उसका भी बड़े पैमाने पर उत्पादन नहीं हुआ।