ली इयोकोका का निधन, क्रिस्लर को दिवालिया होने से बचाया तो फोर्ड की मस्टैंग बनाया
By रजनीश | Published: July 3, 2019 04:13 PM2019-07-03T16:13:09+5:302019-07-03T16:13:09+5:30
फोर्ड की मस्टैंग और क्रिस्लर की मिनिवन के निर्माण में ली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ली का इटैलियन नाम लिडो से शुरू होता था जिसके बदलने के पीछे भी कहानी है जिसे...
ऑटो इंडस्ट्री के आइकॉन और अमेरिका के हाई प्रोफाइल बिजनेस एग्जीक्यूटिव में से एक ली इयोकोका का निधन हो गया। ये वही ली हैं जिन्होंने 1980 में दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी क्रिस्लर को बचाया था।
94 साल के हो चुके ली के निधन की खबर उनकी बेटी ने दिया और बताया कि मंगलवार को उनकी स्वाभाविक मौत हुई। ली दो बेटियों और आठ पोते-पोतियों के साथ रह रहे थे।
फोर्ड की मस्टैंग और क्रिस्लर की मिनिवन के निर्माण में ली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 15 अक्टूबर 1924 को पेनसिल्वेनिया में जन्मे ली इटैलियन अप्रवासी माता-पिता की संतना थे। जिन्होंने अमेरिका की दो प्रमुख कार कंपनियों का नेतृत्व किया।
इयोकोका ने अपनी शुरुआत 1946 में फोर्ड मोटर कंपनी से शुरुआत किया था और काम करते हुए वो कंपनी के प्रेसिडेंट तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने 1978 में क्रिसलर कॉर्प के साथ काम करना शुरू किया और उन्होंने 1979 में कंपनी के सीईओ बने। उन्हें कंपनी को दिवालिया होने से बचाने का श्रेय दिया जाता है।
ली का शुरुआती इटैलियन नाम लिडो एंथनी इयाकोका था जिसे बाद में बदलकर ली कर दिया गया। इसके पीछे की कहानी उन्होंने अपनी आत्मकथा में बताया है। बात 1950 की है और वह फोर्ड कर्मचारियों को ट्रक बेंचने की ट्रेनिंग देने के लिए ईस्ट कोस्ट में यात्रा कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि नौकरी के हिस्से के रूप में मुझे लंबी दूरी तय करना होता था। उन दिनों कोई डायरेक्ट डायलिंग नहीं था इसलिए हमेशा एक ऑपरेटर के जरिए जाना होता था। वे हमेशा मेरा नाम पूछते और मैं हमेसा इयोकोका कहना पड़ता। स्वाभाविक है कि उन्हें इसका उच्चारण नहीं पता था इसलिए हमेशा संघर्ष करना होता था। जब वह मेरा पहला नाम पूछते तो मैं कहता लिडो और वह हंसना शुरू कर देते। अंत में मैंने खुद को ली कहना शुरू कर दिया।