जिस तरह किसानों की आत्महत्या, बलात्कार, राजनेताओं के आरोप और महंगाई जैसी खबरों को लेकर हिंदुस्तानी अभ्यस्त हो चुके हैं, वैसे ही घोटालों से जुड़ी खबरों को लेकर हो चुके हैं. हद ये कि हम लोग मानने लगे हैं कि ‘बिन घोटाला सब सून’. ...
‘‘फालतू बात नहीं. एक तो हिंदुस्तान का हर दूसरा शख्स खुद को कवि मानता है. हर चौथे शख्स के पास अपनी लिखी कविताओं की डायरी है. हर छठे शख्स ने कविता की किताब छपवाई है.’’ ...
‘क्रॉस कनेक्शन’ का सुख नहीं पा पाने वाले कभी-कभी खुद ही किसी अनजान नंबर पर फोन कर लेते थे. गर्लफ्रेंड विहीन कई युवा इस तरह भी ‘सच्चे दोस्त’ की तलाश किया करते थे. ...
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चंगुल में फंसा हर आरोपी अधिकारियों को समझाने की कोशिश करता है कि उसका ड्रग्स से कोई वास्ता नहीं और वो किसी बड़ी साजिश का शिकार हुआ है, उसी तरह मैंने अपने आलाकमान उर्फ पिताश्री को बहुत समझाने की कोशिश की थी कि मैं मुहल्ले ...
हमारे देश में लोग अपने बच्चों का नाम एक बार रखने के बाद भले न बदलें लेकिन सरकारें इस मामले में बहुत उदार हैं. नाम बदलना सरकारों का प्रिय शगल रहा है. शहरों के, सड़कों के नाम खूब बदले जाते रहे हैं. ...
दावा किया जाता है- ‘आज फलां खुलासा आपके होश उड़ा देगा.’ कई दर्शक इतनी बार अपने होश उड़वा चुके हैं कि उनके होश ने अब हड़ताल कर दी है. चैनल के रिपोर्टर तनाव में हैं क्योंकि उन्हें जमीन-आसमान कहीं से भी खुलासा खोज के लाना है. इस कड़ी में स्टिंग आपरेशन हो रह ...
पीयूष पांडेमेरे पड़ोसी गुप्ताजी दुखी हैं. सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर महाराष्ट्र सरकार जितनी दुखी नहीं है, उससे कहीं ज्यादा गुप्ताजी दुखी हैं. ना, ना आप गलत समझ रहे हैं. गुप्ताजी सुशांत मामले को लेकर हुई राजनीति से दुखी ...