वेटिकन सिटीः वेटिकन में कार्डिनल्स द्वारा गुरुवार को पोप कॉन्क्लेव में मतदान संपन्न होने के बाद रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को नया पोप चुना गया। इतिहास में पहले अमेरिकी पोप बन गए हैं। सिस्टिन चैपल की चिमनी से सफेद धुआं निकल रहा है, जो इस बात का संकेत है कि कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने के लिए नये पोप को चुन लिया गया है। इसका मतलब यह है कि चयनित हुए व्यक्ति को पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए आयोजित कॉन्क्लेव में भाग लेने वाले 133 कार्डिनल में से आवश्यक दो-तिहाई या कम से कम 89 मत मिले। कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को वेटिकन के बिशप के सबसे प्रभावशाली कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। कैथोलिक चर्च के इतिहास के दो हजार साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई अमेरिकी पोप चुना गया है।
पेरू में सेवा करते हुए अब तक अपना जीवन बिताने वाले 69 वर्षीय प्रीवोस्ट को लियो 14वें के नाम से जाना जाएगा। सेंट पीटर्स स्क्वायर में भीड़ ने जश्न मनाया। नाम की घोषणा बाद में की जाएगी, जब एक शीर्ष कार्डिनल सेंट पीटर्स बेसिलिका के लॉजिया से ‘‘हैबेमस पापम!’’ शब्द का उच्चारण करेगा, जिसका लैटिन अर्थ है ‘‘हमारे पास एक पोप है!’’
इसके बाद कार्डिनल चयनित हुए व्यक्ति के जन्म का नाम लैटिन भाषा में पढ़ते हैं तथा इस बारे में जानकारी दी जाती है कि किसे चुना गया है। गुरुवार को अपने चुनाव के साथ, लियो पिछले महीने पोप फ्रांसिस की मृत्यु के बाद 267वें कैथोलिक पोप बन गए, जो पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे और उन्होंने 12 वर्षों तक चर्च का नेतृत्व किया था।