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आज कौन सा दिन है? छुट्टियां हों तो याद रखना मुश्किल

By भाषा | Updated: December 20, 2021 16:21 IST

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एडम ओस्थ, वरिष्ठ व्याख्याता, मेलबर्न विश्वविद्यालय

मेलबर्न, 20 दिसंबर (द कन्वरसेशन) छुट्टियां आ रही हैं और हम पर उनका भरपूर असर है। हो सकता है कि आप गर्मी में भीड़-भाड़ वाली पार्किंग में जा रहे हों, एक हॉलिडे पार्टी से दूसरी हॉलिडे पार्टी में शिफ्ट कर रहे हों, बताने की जरूरत नहीं कि हाल ही में आए रिश्तेदारों से बचने की कोशिश कर रहे हों। इस अराजकता के बीच, आप समय को थोड़ा अलग अनुभव कर सकते हैं।

इस दौरान आप भूल सकते हैं कि यह कौन सा दिन है। आपको लगा कि क्रिसमिस अभी कल ही तो गुजरा था और नए साल की पूर्व संध्या आप पर चुपके से तारी हो जाती है। और इससे पहले कि आप कुछ समझें, छुट्टियां खत्म हो गई हैं, और रिश्तेदार अपना सामान बांधकर वापस लौट गए हैं।

यही एकमात्र कारण नहीं है जिससे आपका समय का बोध थोड़ा बिगड़ सकता है।

जब आराम से बैठकर छुट्टियों के पिछले मौसम के बारे में सोचेंगे तो आपको लगेगा कि जैसे यह कल की बात है। दरअसल यह कुछ महीने पहले की बजाय हाल फिलहाल का महसूस हो सकता है।

हालांकि ऐसा भी लग सकता है कि हर साल दिसंबर में छुट्टियों के दौरान दिमाग में समय को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होती है। यदि आप यह जान लें कि

मन समय को कैसे समझता है तो ये विकृतियां समझ में आती है।

मन समय को कैसे समझता है

मन सीधे समय का अनुभव नहीं कर सकता। हमारे सिर में घड़ियां, हर घंटे बजने वाला घड़ियाल या कैलेंडर नहीं है। सौभाग्य से, दिमाग उन चीजों का अनुमान लगाने में काफी अच्छा है जिन्हें वह सीधे माप नहीं सकता है।

हमारी दृष्टि नियमित रूप से ऐसा करती है। हम अपनी आंखों से गहराई नहीं माप सकते, लेकिन पर्यावरण के विभिन्न संकेतों का उपयोग करके हम अनुमान लगा सकते हैं कि चीजें कितनी दूरी पर हैं। दूर की वस्तुएं हमारे दृश्य क्षेत्रों में छोटी होती हैं, कम बनावट वाली होती हैं, और हमारे करीब की वस्तुओं की तुलना में कम चलती हैं। हालांकि यह पूरी तरह सही नहीं है, लेकिन यह हमारे वातावरण को नेविगेट करने में हमारी मदद करता है।

हमारा दिमाग समय के साथ कुछ ऐसा ही करता है। कितना समय बीत चुका है, यह दर्शाने के लिए हम अपने परिवेश और अपनी स्मृति दोनों के संकेतों का उपयोग करते हैं।

हमारे वातावरण में अक्सर कई संकेत होते हैं जो बताते हैं कि यह कौन सा दिन है। यदि आप 9 से 5 तक काम करते हैं, तो काम करना या आना-जाना केवल सप्ताह के दिनों में होता है; ब्रंच के लिए बाहर जाना या दिन के समय टेनिस खेलना केवल सप्ताहांत पर होता है। हमारा दिमाग इन संकेतों में से प्रत्येक को जोड़कर हमें यह बताता है कि यह कौन सा दिन है।

जब हम छुट्टियों पर जाते हैं तो इनमें से कई संकेत बाधित होते हैं। हम अब काम नहीं कर रहे हैं, जिसका अर्थ है कि वे घटनाएं जो आमतौर पर हमारे दिमाग को संकेत देती हैं कि यह एक कार्यदिवस है, वह अब घटित नहीं हो रही हैं।

हम छुट्टियों में कई काम करते हैं, जैसे पार्टियों में जाना और अपने रिश्तेदारों के साथ डिनर करना, ये ऐसी चीजें हैं जो हम आमतौर पर केवल सप्ताहांत पर करते हैं, लेकिन हम सप्ताह के किसी भी दिन छुट्टियों पर हो सकते हैं।

यह हमारे दिमाग के संदर्भ बिंदुओं को बाधित करता है कि यह कौन सा दिन है। यही कारण है कि छुट्टी की अवधि एक लंबे सप्ताहांत की तरह लग सकती है, भले ही आप जानते हों कि ऐसा नहीं है।

यादें कहाँ फिट होती हैं?

कई बार ऐसा होता है कि हमें वह बाहरी संकेत नहीं मिल पाते जिससे हमें यह पता चलता है कि कितना समय बीत चुका है। सौभाग्य से, हम अपनी स्मृति का उपयोग अंतराल को भरने के लिए कर सकते हैं।

आपको यह बताने के लिए एक स्मृति वैज्ञानिक की आवश्यकता नहीं है कि पुरानी यादों की तुलना में हाल की यादें अधिक ज्वलंत और विस्तृत होती हैं। तो, एक स्मृति की जीवंतता एक और संकेत है जिसका उपयोग हम यह पता लगाने के लिए करते हैं कि कोई घटना कितनी देर पहले हुई थी।

मैं किसी ऐसे व्यक्ति को देख सकता हूं जो परिचित दिखता है लेकिन मुझे उनका नाम याद नहीं है या मैं उनसे कैसे मिला था। मेरे लिए यह कहना शायद सुरक्षित होगा कि मैं उनसे हाल ही में नहीं मिला।

समय को मापने के लिए मेमोरी का उपयोग करना लगातार काम करेगा यदि समय बढ़ने के साथ यादें हमेशा खराब होती जाती हैं।

हालाँकि, ऐसी परिस्थितियाँ हैं जहाँ समय के साथ किसी घटना की स्मृति में सुधार हो सकता है। प्रायोगिक अनुसंधान में पाया गया है कि कुछ घटनाओं के लिए यादें बेहतर होती हैं जब हम उन परिस्थितियों में लौटते हैं जिनमें यादें बनाई गई थीं।

ऐसा इसलिए है क्योंकि हम किसी घटना के विभिन्न पहलुओं - स्थान, कार्यक्रम में लोग, संगीत जो हम सुन रहे थे - को एक साथ हमारे दिमाग में जोड़कर यादें बनाते हैं। जब हम कुछ याद रखने का प्रयास करते हैं, तो हम घटना के विभिन्न पहलुओं का उपयोग उसे याद करने के लिए करते हैं, जैसे कि गूगल सर्च का उपयोग करना।

पिछले क्रिसमस को याद करना

छुट्टियों के मौसम में, हम अक्सर उन परिस्थितियों में लौट आते हैं जहां पिछली छुट्टियों की यादें बनी थीं। हम अक्सर एक जैसे लोगों से घिरे रहते हैं, वही खाना खा रहे होते हैं, और छुट्टियों के वही गाने सुन रहे होते हैं।

यह हमारे दिमाग को पिछले छुट्टियों के मौसमों की यादों को पुनः प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त संकेत देता है, जैसे कि आपको मिले उपहार या खाने की मेज पर हुई बहस।

इसलिए, आप अपने आप को पिछली छुट्टियों की बहुत सारी यादों को पहले की तुलना में अधिक विस्तार और जीवंतता के साथ याद कर पाते हैं। क्योंकि मन समय की धारणा के आधार के रूप में जीवंतता का उपयोग करता है, यह पिछले क्रिसमस के मौसम की भावना का प्रभाव हो सकता है जैसे कि यह एक साल पहले की बजाय पिछले सप्ताह था।

अगर छुट्टियों के दौरान आपके समय की समझ थोड़ी खराब हो जाती है, तो चिंता न करें। जब आप अपने दैनिक जीवन की संरचना में लौटते हैं, तो समय और यादों की आपकी समझ फिर से सामान्य हो जाएगी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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