अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका में रिकॉर्ड 960 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या एक लाख पांच हजार पार कर गई है। दुनिया में किसी भी देश में कोविड-19 के कारण इतने अधिक लोगों की मौत नहीं हुई। इनमें से एक तिहाई लोगों की मौत दुनिया की वित्तीय राजधानी माने जाने वाले न्यूयॉर्क, उसके नजदीकी इलाके न्यूजर्सी और कनेक्टिकट में हुई। अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस के 18 लाख से ज्यादा केस मिले हैं।
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम संबंधी अमेरिकी केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक देश में इस संक्रमण ने हर आयुवर्ग और हर समुदाय को अपनी चपेट में लिया है। संक्रमण के कुल मामलों में से 4.7 एशियाई अमेरिकियों के और 26.3 फीसदी अश्वेत अमेरिकियों के हैं। संक्रमण के कारण यहां कितने भारतीय-अमेरिकी लोगों की मौत हुई इसका कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है लेकिन कुछ अनाधिकारिक अनुमानों की मानें तो न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में ऐसे 500 से अधिक लोगों की मौत हुई तथा इस समुदाय के संक्रमित लोगों की संख्या हजारों में है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव
कोविड-19 से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है और बीते तीन महीने में 3.5 करोड़ से अधिक लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इस बीच सभी 50 राज्यों ने अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलने की हिम्मत जुटाई है।
अमेरिका ने WHO से संबंध तोड़ा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ सभी संबंध समाप्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ उन सुधारों को आगे नहीं बढ़ा पाया जिनकी बेहद जरूरत थी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जब चीन से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ, तो डब्ल्यूएचओ ने दुनिया को इस बारे में गुमराह किया। ट्रंप ने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएचओ कोरोना वायरस महामारी की जिम्मेदारी चीन पर डालने में विफल रहा।