अमेरिका में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, पिछले 24 घंटों में 1894 लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या पहुंची 82 हजार के पार
By रामदीप मिश्रा | Published: May 13, 2020 07:14 AM2020-05-13T07:14:25+5:302020-05-13T07:14:25+5:30
अगर दुनिया की बात करें तो कोरोना वायरस के मामले 43 लाख से अधिक सामने आ चुके हैं, जिसमें से 2 लाख, 92 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 16 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं।
वाशिंगटनः कोरोना वायरस का कहर अमेरिका में थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार मौतों और संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लाख कोशिशों के बावजूद डोनाल्ड ट्रंप सरकार इस घातक वायरस पर काबू पाने में हाफ रही है। इस बीच पिछले 24 घंटों में अमेरिका में कोरोना से 1894 लोगों की मौत हुई है। यहां सबसे ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने बताया है कि अमेरिका में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से 1894 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़कर 82 हजार, 246 पहुंच गया है। वहीं, कोरोना संक्रमितों की संख्या 14 लाख से ऊपर निकल गई है।
अगर दुनिया की बात करें तो कोरोना वायरस के मामले 43 लाख से अधिक सामने आ चुके हैं, जिसमें से 2 लाख, 92 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 16 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। फिलहाल पूरी दुनिया में 24 लाख से अधिक मामले सक्रीय हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने अपनी कोविड-19 जांच की क्षमता को बढ़ा दिया है और देश में होने वाले परीक्षणों की संख्या इस हफ्ते एक करोड़ के पार चली जाएगी। अमेरिकी खाद्य एवं औषध प्रशासन ने 92 से अधिक जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को जांच के लिए अधिकृत किया है और अमेरिका में 90 लाख से ज्यादा जांच हो चुकी है। तीन हफ्ते पहले, अमेरिका हर दिन करीब 1,50,000 जांच कर रहा था जो अब बढ़कर प्रतिदिन 3,00,000 हो गयी हैं।
ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका इस हफ्ते एक करोड़ से अधिक जांच कर लेगा जो किसी अन्य देश की तुलना में लगभग दोगुना होंगी। हम, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, स्वीडन, फिनलैंड और कई अन्य देश के प्रति व्यक्ति से ज्यादा और कुछ मामलों में इन सारे देशों में हो रही जांच को मिला दें तो उससे अधिक परीक्षण कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों का नतीजा है कि प्रत्येक राज्य मई में प्रति व्यक्ति ज्यादा जांच कर पाएंगे जितना कि दक्षिण कोरिया ने प्रकोप शुरू होने के बाद से चार महीने में किया है। यह बड़ी प्रतिबद्धता पूरिटन मेडिकल प्रोडक्ट्स, यूएस कॉटन, अबॉट लैब और थर्मो फिशर समेत अमेरिकी उद्योगों के व्यापक समन्वय के कारण संभव हो सकी है।