वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान चीन को ‘‘कड़ा संदेश’’ देने की योजना है। ट्रम्प कोरोना वायरस वैश्विक महामारी, अमेरिका एवं चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों और उत्तर कोरिया एवं ईरान के खतरों की समस्या से ऐसे समय में घिरे हुए हैं, जब अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं।
ट्रम्प ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि उनके पास चीन के लिए ‘‘कड़ा संदेश’’ है। चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। हालांकि ट्रम्प ने अपने संबोधन के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी।
अपने प्रशासन की शुरुआत में ट्रम्प ने फ्लोरिडा क्लब में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी की थी, लेकिन अब व्यापार को लेकर दोनों नेताओं के बीच वाकयुद्ध चल रहा है। ट्रम्प प्रशासन कोविड-19 को रोकने में नाकाम रहने, चुनाव में हस्तक्षेप करने और अमेरिका में जासूसी करने जैसे मामलों को लेकर ‘चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी’ की निंदा करता रहा है।
इससे पहले ट्रम्प ने ईरान के खिलाफ सभी संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध पुन: लागू किए जाने की घोषणा की। हालांकि इस कदम को दुनिया के अन्य अधिकतर देशों ने अवैध बताकर खारिज किया है।
व्हाइट ने संयुक्त राष्ट्र में ट्रम्प के भाषण के बारे में जानकारी नहीं दी है, लेकिन इस भाषण में ट्रम्प द्वारा इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के बीच कराए गए समझौतों को रेखांकित किए जाने की संभावना हैं। ट्रम्प अपने भाषण में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का भी जिक्र कर सकते हैं।