तानाशाह किम के साथ डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया की सरजमीं पर रखा कदम, ऐसा करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 30, 2019 12:58 PM2019-06-30T12:58:41+5:302019-06-30T12:59:36+5:30
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तानाशाह किम जोंग उन के साथ उत्तर कोरिया की सरजमीं पर कमद रखा है। किसी पुराने शत्रु राष्ट्र में जाने वाले ट्रंप अमेरिका के पहले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तानाशाह किम जोंग उन के साथ उत्तर कोरिया की सरजमीं पर कमद रखा है। किसी पुराने शत्रु राष्ट्र में जाने वाले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा था कि किम जोंग-उन अगर दक्षिण कोरिया की सीमा पर उनसे मुलाकात करते हैं, तो उन्हें उनके साथ उत्तर कोरिया की धरती पर कदम रखने में ‘‘कोई दिक्कत नहीं है’’।
असैन्यकृत क्षेत्र में किम के साथ मुलाकात के समय उत्तर कोरिया की ओर कदम रखने के सवाल पर ट्रम्प ने कहा, ‘‘ जी हां बिल्कुल मैं जाऊंगा। मैं ऐसा करने में सहज महसूस करूंगा। मुझे कोई दिक्कत नहीं है।’’
रविवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरियाई प्रायद्वीप को बांटने वाले असैन्यकृत क्षेत्र में रविवार को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन से ‘‘हाथ मिलाने के लिए’’ मुलाकात की पुष्टि की। ट्रम्प ने दोनों नेताओं के बीच संबंधों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘हम डीएमजेड सीमा पर जा रहे हैं और मैं वहां किम से मुलाकात करूंगा। मैं इसको लेकर उत्साहित हूं। हमने अच्छे संबंध विकसित किए हैं।’’
#WATCH US President Donald Trump meets North Korean leader Kim Jong-un in Demilitarized zone between North Korea and South Korea. pic.twitter.com/F7ozzOdBqJ
— ANI (@ANI) June 30, 2019
वहीं कोरियाई प्रायद्वीप में कायम तनाव को लेकर वह जल्दबाजी में नहीं है। ट्रम्प ने कहा कि यह बैठक बेहद छोटी होगी। हनोई में फरवरी में बेनतीजा रही शिखर वार्ता की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ बस हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन करेंगे क्योंकि हम वियतनाम के बाद से मिले नहीं हैं।’’ ट्रम्प ने कहा, ‘‘यह केवल एक कदम है और संभवत: सही दिशा में उठाया गया कदम है। ’’
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन भी डीएमजेड जाएंगे लेकिन सबका ध्यान ट्रम्प और किम की मुलाकात पर ही रहेगा। मून ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तीसरी शिखर वार्ता आज की बैठक और बातचीत पर निर्भर करती है।’’ मून ने कहा, ‘‘तनाव की बजाय शांति कायम करने के लिए अधिक हिम्मत चाहिए होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निरंतर संवाद बहुत व्यावहारिक है और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति लाने का एकमात्र तरीका है।"
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर