वाशिंगटन: कोरान वायरस महामारी के असर से कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय बाजार गंहन संकट में पहंच गया है। महामारी के चलते आर्थिक गतिवियों ठप होने से लगातर कम होती मांग का असर कच्चे तेल के दाम पर पड़ रहा है। अमेरिका में कच्चे तेल की कीमतें मंगलवार को निचले स्तर से वापसी कर शून्य से ऊपर पहुंच गईं। इससे पहले तेल का वायदा शून्य से नीचे कारोबार कर रहा था।
मई डिलीवरी के लिए यूएस बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट की कीमत सोमवार को पहली बार शून्य से नीचे गिरी। मंगलवार को मई डिलीवरी के लिए कारोबार की अंतिम तिथि है। ऐसे में सोमवार को बाजार में कच्चा तेल की कीमत शून्य से नीचे 37.63 डॉलर/बैरल पहुंच गयी थी। यह अब 0.56 प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बजार में अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल का भाव सोमवार को गिर कर सोमवार को दो डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम स्तर पर आ गया। इससे पहले दिन में बाजार खुलने पर भाव यह 10.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था जो 1986 के बाद इसका सबसे निचला स्तर था।
कोरोना वायरस संकट की वजह से दुनियाभर में घटी तेल की मांग के चलते इसकी कीमतें लगातार गिर रही हैं। व्यापारियों ने कहा कि कीमत में यह गिरावट चिंताजनक है क्योंकि मई डिलीवरी के अनुबंधों का निस्तारण सोमवार शाम तक कर दिया जाना है लेकिन कोई निवेशक तेल की वास्तविक डिलिवरी लेना नहीं चाह रहा है।