US Election Result: जो बाइडन के चुनाव जीतने से भारत को होगा फायदा या नुकसान?, जानें 6 अहम बातें
By अनुराग आनंद | Published: November 7, 2020 01:19 PM2020-11-07T13:19:45+5:302020-11-07T13:24:07+5:30
जीत के करीब पहुंचने पर बाइडन ने एक संबोधन में कहा कि मैं चाहता हूं कि कोरोनावायरस को काबू करने के लिए हम जो योजना पेश करने जा रहे हैं, अमेरिका के लोगों को पहले दिन से उसके बारे में पता हो।
नई दिल्ली:अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव का परिणाम काफी जल्द आने वाला है। राष्ट्रपति पद के चुनाव को जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल करने की जरूरत होती है। अब तक बाइडन ने 264 इलेक्टोरल वोट प्राप्त कर लिए हैं।
जीत के करीब पहुंचने पर जो बाइडन ने एक संबोधन में कहा कि मैं चाहता हूं कि कोरोनावायरस को काबू करने के लिए हम जो योजना पेश करने जा रहे हैं, अमेरिका के लोगों को पहले दिन से उसके बारे में पता हो। इससे साफ है कि बाइडन कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले गंभीरता से फैसला लेने हैं। साथ ही बाइडन ने मतगणना के बाद 300 से अधिक इलेक्टोरल वोट प्राप्त करने का भी दावा किया है।
जो बाइडन को जीत के करीब देखकर भारतीय लोगों के मन में यह सवाल उठना जायज है कि बाइडन की जीत से भारत पर क्या असर पड़ने वाला है? भारत व अमेरिका के बीच के संबंध में क्या कोई बदलाव आएगा? चीन, सीएए व एनआरसी जैसे गंभीर मुद्दों पर जो बाइडन का क्या रूख होगा?
आइए जानते हैं जो बाइडन के चुनाव जीतने पर भारत को क्या फायदा या नुकसान हो सकता है। जानें इस संबंध में 6 अहम बातें-
1. सबसे पहले यदि भारत और अमेरिका रक्षा संबंध की बात करें तो जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद भी यहां बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इस बीत की पूरी संभावना है कि दोनों देशों के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास और सैन्य समझौते पहले की तरह होते रहेंगे।
2. अब भारत व अमेरिका आर्थिक संबंधों की बात करें तो इस क्षेत्र में दोनों देशों के संबंध और बेहतर हो सकते हैं। दोनों देश के बीच कारोबार बढ़ सकता है।
3. जो बाइडन के चुनाव जीतने से भारत के लिए एक अच्छी खबर यह हो सकती है कि भारतीयों को ज्यादा ग्रीन कार्ड मिल सकता है यानी ज्यादा भारतीय अमेरिका में बस पाएंगे।
4. एक सवाल जो हर भारतीय के मन में है कि जो बाइडन चुनाव जीतने के बाद भारत व चीन को लेकर क्या नीति बनाएंगे। क्या वह डोनाल्ड ट्रंप की तरह चीन के खिलाफ एग्रेसिव रहेंगे या फिर तनाव कम करने का प्रयास करेंगे। ऐसे में माना जाता है कि बाइडन LAC पर तनाव कम करने के लिए चीन के साथ इंडिया पर दबाव बना सकता है, क्योंकि डेमोक्रेटिक पार्टी का रुख चीन के प्रति थोड़ा नरम रहा है।
5. इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान संबंध की बात करें तो इसपर बहुत बदलाव नहीं होगा क्योंकि भारत ने साफ कर दिया है कि वो अपनी हितों की रक्षा जरूर करेगा।
6. इसमें कोई दो राय नहीं कि भारतीय IT सेक्टर की कंपनियों को जो बाइडेन के आने का फायदा होगा।