जिनेवा: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति भारतीय प्राधिकारों से अधिकतम संयम बरतने की अपील की है। साथ ही, इस बात पर जोर दिया कि सभी के मानवाधिकारों के सम्मान में ‘न्यायसंगत समाधान’ तलाशना जरूरी है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) ने ट्वीट कर कहा कि शांतिपूर्ण एकत्र होने एवं अभिव्यक्ति के अधिकारों की ‘‘ऑनलाइन एवं ऑफलाइन ’’ हिफाजत की जानी चाहिए। ओएचसीएचआर ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत : हम प्राधिकारों एवं प्रदर्शनकारियों से किसान आंदोलन के प्रति अधिकतम संयम बरतने का आह्वान करते हैं।
शांतिपूर्ण एकत्र होने एवं अभिव्यक्ति के अधिकार की दोनों, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन, ही तरह से हिफाजत की जानी चाहिए। यह जरूरी है कि सभी के मानवाधिकारों की रक्षा करते हुए न्यायसंगत समाधान तलाशा जाए।’’
दिल्ली पुलिस ने ‘टूलकिट’ बनाने वालों के संबंध में गूगल, अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से जानकारी मांगी-
दिल्ली पुलिस ने ‘टूलकिट’ बनाने वालों के संबंध में शुक्रवार को गूगल और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से ईमेल आईडी, डोमेन यूआरएल और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देने को कहा। जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक ‘टूलकिट’ ट्विटर पर साझा किया था।
दिल्ली पुलिस के ‘साइबर सेल’ ने ‘‘भारत सरकार के खिलाफ सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक युद्ध’’ छेड़ने के लक्ष्य से ‘टूलकिट’ के ‘खालिस्तान समर्थक’ निर्माताओं के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की थी।
साइबर सेल के पुलिस उपायुक्त अन्येश रॉय ने बताया कि गूगल और अन्य कंपनियों को पत्र लिखकर अकाउंट बनाने वालों, दस्तावेज अपलोड करने वालों और सोशल मीडिया पर ‘टूलकिट’ डालने वालों के बारे में जानकारी मांगी गई है। पुलिस ने कहा कि उसने ‘टूलकिट’ में जिन ईमेल, डोमेन यूआरएल और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट का जिक्र किया गया है, उनकी जानकारी मांगी है।