नई दिल्ली, 4 अगस्त:पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान में कुछ शरारती तत्वों ने शुक्रवार (3अगस्त) की देर 12 स्कूलों को आग के हवाले कर दिया है। डायमर जिले स्थित जलाए गए ये सभी 12 स्कूल लड़कियों के हैं। अज्ञात लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। डायमर पुलिस के कहना है कि पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही आरोपियों को ढूंढने की कोशिश की जारी है।
डायमर के आयुक्त अब्दुल वाहिद ने बताया जिन स्कूलों में आग लगाई गई है, उनमें से कुछ निर्माणाधीन थे। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अकबर चौक पर प्रदर्शन किया है। लोगों ने प्रशासन से स्कूलों की सुरक्षा देने की मांग के साथ ही आरोपियों को पकड़ने की मांग की है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में लड़कियों पढ़ने को लेकर हमेशा ही कट्टरपंथियों के निशाने पर रही हैं। मां-बाप अपनी लड़कियों को स्कूल ना भेजें या लड़कियों डर से से बाहर ना निकले, इसके लिए कट्टरपंथी खूब पैंतरे अजामाते हैं। हर कुछ दिन बाद वहां फरमान जारी किया जाता है। लड़कियों के डरने के लिए कभी स्कूल में बम ब्लास्ट कर दिए जाते हैं या कभी फरमान जारी कर अंजाम भुगतने की बात कही जाती है। 2014 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार जीत चुकीं सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को भी पढ़ाई के लिए ही तालिबानियों ने 2012 में अपनी गोली का शिकार बनाया था।
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट!