कीव:यूक्रेन संकट के बीच कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन की राजधानी कीव को जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। वहीं, कुछ दिनों के भीतर रूस द्वारा आक्रमण करने की चेतावनी को तूल देने के बजाय कमतर करने की कोशिश करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने कहा कि उन्हें अबतक इस संबंध में संतोषजनक सबूत नहीं मिले हैं।
मालूम हो, सप्ताहांत में रूस और पश्चिमी देशों के बीच बातचीत के बावजूद आक्रमण की आशंकाओं के मद्देनजर कुछ विमानन कंपनियों द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव को जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द करने या उनका मार्ग दूसरे गंतव्यों की ओर परिवर्तित करने का मामला सामने आया है। गौतलब है कि रविवार को अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिक और अधिक संख्या में जमा हो रहे हैं और कुछ उड़ानों को रद्द किया जबकि कुछ के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं।
बता दें कि बाइडन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार को एक-दूसरे से लगभग एक घंटे तक बात की थी। वहीं। मॉस्को के 'हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स' में 'सेंटर फॉर यूरोपियन रिसर्च' के प्रमुख टिमोफेई बोर्दाचेव ने कहा ''रूस और अमेरिका यूरोपीय व्यवस्था के भविष्य के आकार के संदर्भ में अपने हितों के संघर्ष के चरम पर पहुंच रहे हैं।'' अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने रूस की मुख्य सुरक्षा मांगों को खारिज कर दिया है। जिसका मॉस्को औपचारिक जवाब दे सकता है।
यूक्रेन के निकट सैन्य बलों की तैनाती के तहत बेलारूस में रूस सैन्य अभ्यास कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन में शीतकालीन ओलंपिक के समापन तक रूस युद्ध नहीं करेगा और इन खेलों का आयोजन 20 फरवरी को समाप्त हो जाएगा। बहरहाल, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि आक्रमण इससे पहले हो सकता है। बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति से यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों के जमावड़े को हटाने के लिए शनिवार को फिर से कहा और रूस को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी "दृढ़ता से जवाब देंगे और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।"
वहीं। पुतिन ने पश्चिमी देशों को आगाह किया है कि वह यूक्रेन को नाटो से बाहर रखने की मांग से पीछे नहीं हटेंगे। बोर्दाचेव ने कहा कि रूस की मांगों और अमेरिका द्वारा उन्हें खारिज किए जाने के कारण संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ निकट संबंधों के कारण मॉस्को की स्थिति मजबूत हो गई है।
(भाषा इनपुट के साथ)