भारत में जैश-लश्कर के आतंकियों की घुसपैठ कराने के फिराक में पाकिस्तान, बार्डर पर भेजे दो हजार सैनिक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 6, 2019 08:53 IST2019-09-06T08:53:28+5:302019-09-06T08:53:28+5:30
पाकिस्तान की इस हरकत से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान इन सैनिकों के इस्तेमाल से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराने के फिराक में है।

भारत में जैश-लश्कर के आतंकियों की घुसपैठ कराने के फिराक में पाकिस्तान, बार्डर पर भेजे दो हजार सैनिक
कश्मीर पर तनाव को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच संकट और भी गहराता चला जा रहा है। इसकी गर्माहट सीमा पर देखी जा सकती है। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास दो हजार सैनिक तैनात कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक ने सेना की तैनाती अधिकृत कश्मीर (पीओके) के पुंछ इलाके के पास बाग और कोटली सेक्टर में की है।
पाकिस्तान की इस हरकत से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान इन सैनिकों के इस्तेमाल से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराने के फिराक में है। वहीं, भारतीय सेना पाक कि हरकतों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
मालूम हो कि इससे पहले भी पाकिस्तान ने सरक्रीक इलाके और एलओसी के पास करीब स्पेशल फोर्स के 100 जवानों की तैनाती थी।
आर्टिकल 370 खत्म होने पर बखौलाया पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद पाकिस्तान बखौलाया हुआ है। हाल ही में पाकिस्तान ने कश्मीरी जनता के साथ ‘एकजुटता’ दिखाने के लिए ‘कश्मीर ऑवर’ मनाया। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है।
शुक्रवार दोपहर को जैसे ही घड़ी की दोनों सुइयां 12 के अंक पर पहुंचीं, देशभर में सायरन बजने लगे और इस्लामाबाद की सभी सड़कों पर यातायात सिगनल लाल हो गये थे। मुख्य आयोजन इस्लामाबाद के कांस्टीट्यूशन एवेन्यू में आयोजित किया गया जहां प्रधानमंत्री इमरान खान ने झंडा लहरा रही और नारेबाजी कर रही भीड़ को संबोधित किया था।
इमरान खान ने कहा कि था जब तक कश्मीर आजाद नहीं होता, हम फोरम पर मैं कश्मीर की जंग लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि आज मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स में आर्टिकल लिखकर बताया है कि कश्मीर में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का नजरिया सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं, क्रिश्चियन के लिए भी बुरा है। नेहरू और गांधी की सेक्युलरिज्म को आरएसएस और बीजेपी की सरकार ने तहस-नहस कर दिया।