सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के उस ट्वीट को हटा दिया जिसमें फ्रांस को लेकर कई आपत्तिजनक बातें कही गई थी। ट्विटर ने ये कदम हिंसा का महिमामंडन कर उसके नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में उठाए हैं। महातिर ने फ्रांस के नीस में एक शख्स द्वारा चाकू से हमले में तीन लोगों की हत्या की घटना के बाद ये आपत्तिजनक ट्वीट किए थे।
महातिर के इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने आपत्ति जताई थी ट्विटर से कार्रवाई की भी मांग की थी। फ्रांस के डिजिटल और टेलीकम्युनिकेशन मंत्री सेड्रिक ओ ने भी महातिर के पोस्ट की आलोचना करते हुए ट्विटर से इसे हटाने को कहा था। उन्होंने महातिर मोहम्मद के अकाउंट को भी सस्पेंड करने की मांग की और लिखा, 'अगर ट्विटर ने ऐसा नहीं किया तो उसे भी हत्या के आह्वान का साथी माना जाएगा।'
कार्डिक ओ ने ट्वीट किया, 'मैंने अभी ट्विटर फ्रांस के मैनेजिंग एडिटर से बात की। मलेशिया के पूर्व पीएम का अकाउंट जरूर सस्पेंड किया जाना चाहिए। अगर नहीं तो ट्विटर भी हत्या के आह्वान का जिम्मेदार माना जाएगा।'
ट्विटर ने इससे पहले ट्वीट को एक डिस्क्लेमर के साथ लेबल किया था। इसमें कहा गया था कि इस पोस्ट ने नियमों का उल्लंघन किया है लेकिन इसे छोड़ा जा रहा है क्योंकि ये जनहित में था। नेटवर्किंग साइट ने बाद में ट्वीट को पूरी तरह से हटा दिया, लेकिन इसी ट्वीट के अन्य हिस्सों को बरकरार रखा।
दरअसल, महातिर मोहम्मद ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों के इस्लाम पर दिए बयान पर सिलसिलेवार ट्वीट कर उसकी भर्त्सना की थी साथ ही धर्म की रक्षा की बात कही। साथ ही उन्होंने फ्रांस में हो रही घटनाओं को भी सही ठहराते हुए हत्याओं को जायज कहा था।
बता दें कि फ्रांस के नीस में गुरुवार नोट्रेड्रम चर्च (गिरिजाघर) में एक शख्स ने चाकू से हमला कर दिया था। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई। पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है।
हाल में पेरिस में एक टीचर सेमुअल पैटी का सिर इसलिए कलम कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने अपनी कक्षा में बच्चों को पैगम्बर का कार्टून दिखाया था। पुलिस ने हमले के बाद इस हत्यारे को मार गिराया था। बहरहाल, नीस की घटना ऐसे समय हुई है जब फ्रांस में आतंकवादी हमले को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया हुआ है।