'अफगानिस्तान में नहीं है मसूद अजहर', तालिबान ने कहा- पाकिस्तान की धरती पर काम कर सकते हैं ऐसे आतंकवादी संगठन
By मनाली रस्तोगी | Published: September 14, 2022 08:56 PM2022-09-14T20:56:02+5:302022-09-14T21:04:04+5:30
तालिबान के नेतृत्व वाले अंतरिम अफगान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग द्वारा अफगानिस्तान में मसूद अजहर की कथित उपस्थिति के बारे में रिपोर्ट किए जाने के बाद कड़े शब्दों में कहा कि वो अफगानिस्तान में नहीं है और ऐसे आतंकवादी संगठन पाकिस्तान की धरती पर काम कर सकते हैं।
इस्लामाबाद: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने बुधवार को युद्धग्रस्त देश में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर की मौजूदगी के बारे में तमाम मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया। तालिबान ने कहा कि ऐसे आतंकवादी संगठन पाकिस्तान की धरती पर काम कर सकते हैं। अफगानिस्तान में अजहर की कथित उपस्थिति के बारे में पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग द्वारा रिपोर्ट किए जाने के बाद तालिबान के नेतृत्व वाली अंतरिम अफगान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कड़े शब्दों में यह टिप्पणी की।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने मसूद अजहर को इस्लामाबाद को सौंपने की मांग के साथ एक पत्र भी भेजा है। द न्यूज ने मंगलवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया, "हमने अफगान विदेश मंत्रालय को एक पृष्ठ का पत्र लिखा है, जिसमें उन्हें मसूद अजहर का पता लगाने, रिपोर्ट करने और गिरफ्तार करने के लिए कहा गया है क्योंकि हम मानते हैं कि वह कहीं (पूर्वी नंगरहार प्रांत) अफगानिस्तान में छिपा हुआ है।" मुजाहिद ने अफगानिस्तान के टोलोन्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने मीडिया में खबर देखी है।
उन्होंने कहा कि लेकिन ये सच नहीं है। हमसे ऐसी मांग किसी ने नहीं की। जैश-ए-मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में नहीं है। ऐसे संगठन पाकिस्तान की धरती पर और यहां तक कि आधिकारिक संरक्षण में भी काम कर सकते हैं। हम किसी को भी किसी दूसरे देश के खिलाफ अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देंगे। मसूद अजहर 1999 में अपहृत इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 के यात्रियों के बदले भारत द्वारा छोड़ा गया एक भगोड़ा है।
वह देश में पश्चिमी पर्यटकों के अपहरण के लिए भारत में जेल की सजा काट रहा था। 1999 में अपनी रिहाई के बाद, अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद का गठन किया और भारत में कई दुस्साहसी आतंकी हमलों की पटकथा लिखी। पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिस पर भारत द्वारा कई आतंकवादी हमलों का आरोप लगाया गया है।