सूडानः संघर्ष विराम के बाद 500 भारतीय सूडान के बंदरगाह पहुंचे, नागरिकों को निकालने में फ्रांस और सऊदी अरब कर रहे मदद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 25, 2023 02:27 PM2023-04-25T14:27:50+5:302023-04-25T14:32:29+5:30
सूडान में भोजन, पानी, दवाओं और ईंधन की भारी कमी है, जिससे इन वस्तुओं की कीमतों में तेजी आई है। खार्तूम के कई क्षेत्रों में बिजली नहीं है और इंटरनेट कनेक्टिविटी सहित सीमित संचार है।
नई दिल्ली: नियमित सेना और एक विद्रोही अर्धसैनिक बलों की 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति के बीच मंगलवार को भारतीय अधिकारियों ने सूडान से करीब 3,000 भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए। भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार को ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया था।
सऊदी अरब फंसे हुए नागरिकों को बाहर निकालने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभर रहा है। पिछले कुछ दिनों में सऊदी अरब और फ्रांस द्वारा सूडान से कुछ भारतीय नागरिकों को निकाला गया है। और अभी भी देश के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों फंसे हुए हैं, मुख्य रूप से राजधानी खार्तूम में। खार्तूम से 800 किमी से अधिक दूर स्थित देश के मुख्य बंदरगाह पोर्ट सूडान में लगभग 500 भारतीय एकत्रित हुए हैं।
सूडान में भोजन, पानी, दवाओं और ईंधन की भारी कमी है, जिससे इन वस्तुओं की कीमतों में तेजी आई है। खार्तूम के कई क्षेत्रों में बिजली नहीं है और इंटरनेट कनेक्टिविटी सहित सीमित संचार है। संघर्षविराम लागू होने के बावजूद मंगलवार को पश्चिम दारफुर में युद्धरत गुटों के बीच लड़ाई की खबरें आईं।
सूडान के सेना प्रमुख जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान के प्रति वफादार सेना और उप-प्रतिद्वंद्वी जनरल मोहम्मद हमदान डागलो ( अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के प्रमुख) ने 24 अप्रैल को आधी रात से 72 घंटे के राष्ट्रव्यापी युद्धविराम को लागू करने पर सहमत हुए। सूडान में, वहां की सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 10 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
वहीं, भारत ने हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को इस अफ्रीकी देश से सुरक्षित रूप से निकालने की अपनी आकस्मिक योजना के तहत जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान उड़ान भरने के लिए तैयार रखे हैं। साथ ही, भारतीय नौसेना के एक जहाज को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह पर रखा गया है। गत शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिये थे।
नई दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास के मुताबिक, फ्रांस ने हिंसाग्रस्त सूडान से निकासी अभियान के तहत पांच भारतीय नागरिकों सहित 28 देशों के नागरिकों को बाहर निकाला है। दूतावास ने सोमवार को कहा कि भारत सहित 28 देशों के 388 लोगों को बाहर निकाला गया है। वहीं रविवार को सऊदी अरब ने कहा था कि उसने घनिष्ठ संबंध रखने वाले देशों और मित्र राष्ट्रों के 66 नागरिकों को सूडान से सुरक्षित रूप से निकाला है, जिनमें कुछ भारतीय भी शामिल हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने हेल्पलाइन शुरू की
मध्य प्रदेश सरकार ने संकटग्रस्त सूडान में फंसे राज्य और देश के अन्य हिस्सों के लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। नियमित सेना और एक अर्धसैनिक बल के बीच सत्ता संघर्ष के बाद भयंकर लड़ाई का सामना कर रहे इस अफ्रीकी देश से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत ने सोमवार को 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया। अधिकारी ने कहा कि सूडान में फंसे मध्य प्रदेश या अन्य राज्यों में वापस आने के इच्छुक लोग हेल्पलाइन "91-755-2555582" पर संपर्क कर सकते हैं और अपना विवरण साझा कर सकते हैं।