कोलंबो: श्रीलंका सात दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसके चलते लोग खाद्य पदार्थ, दवा, ईंधन और अन्य जरूरी वस्तुएं खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच 2.2 करोड़ की आबादी वाले देश श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा ने शनिवार को कहा कि हमने विभिन्न देशों से (ईंधन के लिए) अनुरोध किया है। इसलिए, कोई भी देश जो हमारी मदद के लिए आता है, हम उसकी सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय भारत सरकार ही एकमात्र ऐसा देश है जिसने हमें एक क्रेडिट लाइन प्रदान की है। हम रूसी सरकार के साथ भी चर्चा कर रहे हैं...शुरुआती बैठकें रूस में हुई हैं। विजेसेकेरा ने कहा कि हमने अपनी जरूरतें बता दी हैं और हम उस पर काम कर रहे हैं। हम यह सुनने का इंतजार कर रहे हैं कि श्रीलंका को किस तरह की सुविधा दी जाएगी।
बता दें कि भारत ने श्रीलंका में अभूतपूर्व राजनीतिक संकट और आर्थिक बदहाली के बीच शनिवार को उसे आश्वस्त किया कि वह देश के लोकतंत्र, स्थिरता और आर्थिक बहाली में सहयोग करता रहेगा। श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने को एक मुलाकात में यह आश्वासन दिया। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब एक दिन पहले अभयवर्धने ने गोटबाया राजपक्षे का राष्ट्रपति पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया था।