कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में आम चुनाव, सत्तारूढ़ पीएपी की जीत, विपक्षी वर्कर्स पार्टी को मिले रिकॉर्ड 10 सीट
By विनीत कुमार | Published: July 11, 2020 07:20 AM2020-07-11T07:20:03+5:302020-07-11T07:20:03+5:30
कोरोना महामारी के संकट के बीच सिंगापुर में शुक्रवार को आम चुनाव हुए। सत्तारूढ़ पीएपी एक बार फिर जीत हासिल करने में कामयाब रही। उसे 61 प्रतिशत वोट मिले।
सिंगापुर में सत्तारूढ़ पीपल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) की शुक्रवार को आम चुनाव में जीत सुनिश्चित हो गई है। वहीं विपक्षी वर्कर्स पार्टी (WP) ने भी रिकॉर्ड 10 सीटों पर कब्जा जमाया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार पीएपी ने 93 सीटों पर हुए चुनाव में करीब 90 प्रतिशत तक जीत हासिल की है और नई सरकार बना लेगी।
रिपोर्ट के अनुसार 1959 से सत्ता पर काबिज पीएपी का वोट प्रतिशत 61.24 रहा। वहीं, विपक्षी पार्टी को 10 सीट मिले। इसमें अलजुनिड निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल है, जिसकी 5 सीटों पर विपक्ष दोबारा कब्जा करने में कामयाब रहा।
जीत के बाद प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने कहा, 'मैंने जिस तरह से उम्मीद की थी, ये मजबूत नतीजे नहीं हैं लेकिन ये अच्छे नतीजे जरूर हैं। मुझे लगता है कि 61 प्रतिशत वोट मिलना सम्मानजनक है।' बता दें कि प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग भी अपने चुनाव क्षेत्र अंग मो किओ से दोबारा चुने गए हैं।
द स्ट्रेट टाइम्स के अनुसार पीएपी ने 61.24 प्रतिशत वोट हासिल किए। ये पूर्व के मुकाबले कम है। इससे पहले 2015 के चुनाव में पार्टी ने 69.9 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। बता दें कि इस बार सिंगापुर में वोटिंग के समय को दो घंटे ज्यादा कर दिया गया था। पोलिंग स्टेशन पर लोगों के लंबी लाइन देखते हुए ये फैसला लिया गया। ऐसा कोरोना महामारी के कारण भी हुआ क्योंकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक-दूसरे से दूरी बनाकर खड़े थे।
इस बार चुनाव चूकी कोरोना महामारी के साये में हुआ, ऐसे में वोट डालने आए लोग मास्क पहने भी नजर आए। इस बार वोट डालने के लिए बूथों की संख्या को भी 880 से बढ़ाकर 1100 किया गया था ताकि भीड़ एक ही जगह पर बहुत ज्यादा नहीं बढ़े। मतदान की प्रक्रिया सुबह आठ बजे शुरू हुई जिसमें 65 वर्ष और इससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष समय रखा गया था।