इस्लामाबाद, 18 नवंबर पाकिस्तान के नेता विपक्ष और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को “बुरी और शातिर” करार देते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली ‘फासीवादी सरकार’ की ऐसी व्यवस्था लागू करने को लेकर आलोचना की जिसका मकसद अगले आम चुनावों में गड़बड़ी करना है।
संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए, नेशनल असेंबली में नेता विपक्ष शरीफ ने कहा कि सरकार और उसके सहयोगी चुनावी सुधारों पर महत्वपूर्ण विधेयकों को “अवैध” करार देकर ध्वस्त करना चाहते हैं जो संसद की परंपराओं के खिलाफ है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष शरीफ ने कहा कि चुनावों के दौरान हमेशा गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं लेकिन यह पहली बार हो रहा है कि चुनावों से पहले गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं।
‘द नेशन’ अखबार ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई को उद्धृत करते हुए कहा कि “चुनी हुई सरकार” इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) लाना चाहती है क्योंकि वह अब लोगों से मत नहीं मांग सकती।
ईवीएम को “ईवल एंड विशस मशीन” (बुरी और शातिर मशीन) करार देते हुए पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अगले आम चुनावों में गड़बड़ी के अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिये एक व्यवस्था लागू की जा रही है।
पाकिस्तान में अगले आम चुनाव 2023 में होने हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।