लाइव न्यूज़ :

रोमानिया के अस्पताल में आग लगने से सात लोगों की मौत

By भाषा | Updated: October 1, 2021 19:16 IST

Open in App

बुखारेस्ट, एक अक्टूबर (एपी) रोमानिया के बंदरगाह शहर कोन्स्तांता के एक अस्पताल में शुक्रवार सुबह लगी आग में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

शहर के आपातकालीन स्थिति निरीक्षण कार्यालय के प्रमुख कॉन्स्टेंटिन अमारैंडी ने कहा कि सभी मृतक संक्रामक रोगों के कोन्स्तांता अस्पताल की गहन चिकिस्ता इकाई में भर्ती थे।

गृह मंत्री लुसियन बोडे ने शुक्रवार को बताया कि ‘गलती’ से मृतकों की संख्या शुरुआत में नौ बताई गई थी। उन्होंने कहा,‘‘ हम सात लोगों की मौत के बारे में बात कर रहे हैं... इनमें से पांच की मौत अस्पताल में और दो की मौत दूसरे अस्पताल में ले जाते वक्त हुई।’’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि अस्पताल की चिकित्सा इकाई में 113 मरीज थे और सभी जिंदा बचे मरीजों को निकाल लिया गया है। मंत्रालय ने बताया कि मध्याह्न तक आग बुझा ली गई थी, लेकिन आग के कारणों की अब तक जानकारी नहीं मिली है।

राष्ट्रपति क्लाउस इओहानिस ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि रोमानिया राज्य ‘‘नागरिकों की रक्षा करने के अपने मौलिक मिशन में असफल रहा। मैं इस हादसे से संत्रस्त हूं जो आज सुबह संक्रामक रोगों के कोन्स्तांता अस्पताल में हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भयानक घटनाचक्र है जो रोमानिया की स्वास्थ्य अवसंरचना की कमी की पुष्टि करता है।’’राष्ट्रपति ने कहा कि रोमानिया की ‘पुरानी पड़ चुकी’ स्वास्थ्य प्रणाली पर महामारी से ‘अकल्पनीय दबाव’ पड़ा है।

रोमानिया में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि होने से अस्पताल में भर्ती होने वाली मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है जिसकी वजह से देश के अस्पतालों को अधिकतम क्षमता से संचालित किया जा रहा है।

रोमानिया में बृहस्पतिवार को कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से सबसे अधिक दैनिक मामले आए। देश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 से 12,032 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

यूरोपीय संघ में रोमानिया स्वास्थ्य सेवा पर सबसे कम खर्च करने वाला देश है। यहां के सकल घरेलू उत्पादन का 5.2 प्रतिशत स्वास्थ्य पर खर्च होता है जबकि यूरोपीय संघ का औसत खर्च 10 प्रतिशत है।

1.9 करोड़ की आबादी वाले यूरोपीय संघ के देश रोमानिया में पिछले एक साल के भीतर दो अन्य अस्पताल में घातक आग लग चुकी है, जिसने देश के पुराने अस्पतालों के बुनियादी ढांचों के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।

पिछले नवंबर में, उत्तरी शहर पियात्रा नीमत में कोविड-19 रोगियों के लिए गहन देखभाल इकाई में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। जनवरी में एक और आग ने बुखारेस्ट के मातेइ बाल्स अस्पताल के एक वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया था, जिसमें कम से कम पांच लोग मारे गए थे।

मातेइ बाल्स की आग के बाद, राष्ट्रपति क्लाउस इओहानिस ने तत्काल और ‘गहन’ सुधार का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की त्रासदी ‘‘फिर से नहीं होनी चाहिए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतइजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को किया फोन?, गाजा शांति योजना पर बातचीत

भारतमुख्यमंत्री माजी लाडकी बहीण योजनाः 8000 सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिला?, अदिति तटकरे ने कहा- 12,000 से 14,000 महिलाओं ने पति खातों का किया इस्तेमाल

बॉलीवुड चुस्कीसंगीतकार पलाश मुच्छल से शादी तोड़ने के बाद पहली बार दिखीं स्मृति मंधाना?, कहा-मुझे नहीं लगता क्रिकेट से ज्यादा मैं किसी चीज से प्यार करती हूं, वीडियो

भारतक्या अधिकारी उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ को प्राथमिकी में नामजद न करके बचाने की कोशिश कर रहे हैं?, मुंबई उच्च न्यायालय ने पुणे विवादास्पद भूमि सौदे पर पूछे सवाल?

भारतVIDEO: संसद में अमित शाह और राहुल गांधी की भिड़ंत, देखें वीडियो

विश्व अधिक खबरें

विश्वसोशल मीडिया बैन, 16 साल से बच्चों पर लागू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जल्दी हटाएं नहीं तो 3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुर्माना

विश्वInternational Human Rights Day 2025: 10 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है मानवाधिकार दिवस? जानें क्या है महत्व

विश्वट्रम्प की इससे ज्यादा बेइज्जती और क्या हो सकती है ? 

विश्वपाकिस्तान टूटने की कगार पर, 'सिंधुदेश' की मांग को लेकर कराची में भड़की हिंसा

विश्वसिंध प्रांतः हिंदू महिला और नाबालिग बेटी का अपहरण, 3 हथियारबंद शख्स ने घर से बाहर निकलते ही जबरन सफेद कार में बैठाया और...