मॉस्कोः यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश की सेना को सशस्त्र बलों में 1,37,000 लोगों की भर्ती करने के आदेश दिए हैं। पुतिन का आदेश एक जनवरी से प्रभावी होगा। रूस में 18-27 आयु वर्ग के सभी पुरुषों को सेना में एक वर्ष की सेवा देनी होती है।
आदेश में हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या सेना बड़ी संख्या में सैनिकों की अनिवार्य भर्ती करेगी या स्वैच्छिक सेवा देने वाले सैनिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी अथवा दोनों के संयोजन से सैन्य बलों को मजबूत किया जाएगा। राष्ट्रपति के आदेश में 11,50,628 सैनिकों सहित कुल मिलाकर रूसी सशस्त्र बलों के कर्मियों की संख्या 20,39,758 तक बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
पिछले आदेश में 2018 की शुरुआत में सेना की संख्या क्रमशः 10,13,628 और 19,02,758 रखी गई थी। क्रेमलिन ने कहा है कि यूक्रेन में ‘विशेष सैन्य अभियान’ में केवल स्वैच्छिक अनुबंधित सैनिक भाग ले रहे हैं। उसने इस दावे को खारिज किया कि वह व्यापक तौर पर सैनिक भेजने पर विचार कर रहा है।
रूसी मीडिया और गैर-सरकारी संगठनों का कहना है कि रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई में शामिल सैनिकों की संख्या को बढ़ाने की मांग की है और इसके लिये स्वयंसेवकों को आकर्षित करने, निजी सैन्य ठेकेदारों को जोड़ने तथा सैन्य सेवा के बदले कुछ कैदियों को माफी देने जैसे उपाय सुझाए हैं। बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य कारणों या विश्वविद्यालय के छात्रों को दी गई छूट के चलते इससे बचता है।