Russia-Ukraine war: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वह यूक्रेन में तत्काल 'युद्धविराम' करने के लिए तैयार हैं अगर यूक्रेन उनकी कुछ शर्तें मान ले। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन को चार कब्जे वाले क्षेत्रों से सेना हटानी होगी। पुतिन यूक्रेन के उन क्षेत्रों की बात कर रहे थे जिस पर रूस ने अपना दावा किया है और जहां कब्जे की लड़ाई चल रही है। साथ ही पुतिन ने ये भी कहा कि यूक्रेन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की योजना छोड़नी होगी।
पुतिन की यह टिप्पड़ी इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के बीच आई। यूक्रेन में साल 2022 से ही युद्ध जारी है। वर्तमान में यूक्रेनी क्षेत्र के लगभग पांचवें हिस्से पर रूस का नियंत्रण है। दूसरी तरफ यूक्रेने ने कहा है कि शांति केवल रूसी सेना की पूर्ण वापसी और उसकी क्षेत्रीय अखंडता की बहाली पर आधारित हो सकती है।
पुतिन ने कहा कि दो साल पहले कीव की ओर उनके सैनिकों के बढ़ने का उद्देश्य यूक्रेन को शांति समझौते के लिए सहमत होने के लिए मजबूर करना था। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की न तो योजना है न ही इरादा। लेकिन यूक्रेन और पश्चिम ने दावा किया है कि रूस कीव पर कब्ज़ा करना चाहता था और रूस के अनुकूल नेताओं को स्थापित करना चाहता था। लेकिन भयंकर प्रतिरोध के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध जीतने के लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से इनकार किया। हालांकि उन्होंने असाधारण मामले में - देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरे की स्थिति में, इसका उपयोग करने से इनकार भी नही किया।
पुतिन ने कहा कि उनके प्रस्ताव का उद्देश्य यूक्रेन में संघर्ष का ठोस समाधान निकालना है। उन्होंने कहा कि रूस बिना देरी किये बातचीत शुरू करने को तैयार है। रूसी राष्ट्रपति ने शांति के लिए जो व्यापक मांग पत्र तैयार किया है उसमें यूक्रेन का गैर-परमाणु देश का दर्जा, उसके सैन्य बलों पर पाबंदियां और यूक्रेन में रूसी भाषी लोगों के हितों की रक्षा करना शामिल हैं। पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी शर्तें स्पष्ट रूप से रखी हैं, लेकिन इसमें कोई नई मांग शामिल नहीं है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने पहले भी कहा है कि कीव को अपने क्षेत्रीय फायदे नुकसान को समझना चाहिए और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की अपनी कोशिश छोड़ देनी चाहिए।