कीवः यूक्रेन पर रूस लगातार हमले कर रहा है। रूसयूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर चुका है। युद्ध के शुरुआत से ही यूक्रेनी सरकार ने अपने देश के नागरिकों से रूस के खिलाफ हथियार उठाने की अपील की थी। इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि कई अन्य देशों के लोग भी रूस के खिलाफ युद्ध के लिए यूक्रेन पहुंचे हैं, जिसमें एक भारतीय भी है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने रूस के खिलाफ यूक्रेन के लिए स्वेच्छा से लड़ने वाले कुछ विदेशियों की एक तस्वीर फेसबुक पर शेयर की है। मंत्रालय ने लिखा, "यूक्रेन की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय फौज यहां है! अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, लिथुआनिया, मेक्सिको और भारत के वॉलंटियर्स का एक समूह कीव में है।" इस बात की पुष्टि कीव इंडिपेंडेंट ने भी की है।
वही इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के खिलाफ यूक्रेन की तरफ से लड़ने वाला भारतीय तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले का रहने वाला है, जिसका नाम है सैनिकेश रविचंद्रन है। रविचंद्रन एक छात्र है और उसकी उम्र 21 साल है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय छात्र यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्सेज में शामिल हो गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि रविचंद्रन भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था। उसने इसके लिए आवेदन भी किया था। अधिकारियों ने रविचंद्रन के घर का दौरा किया जहां उसके माता-पिता से बीतचीत की। माता-पिता ने बताया कि उसने भारतीय सेना में शामिल होने के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक रविचंद्रन 2018 में पढ़ाई के लिए यूक्रेन के खारकीव शहर पहुंचा था। 2022 में उसका पाठ्यक्रम पूरा होनेवाला था। रविचंद्रन ने परिवार वालों को बताया है कि वह रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हो गया है।