Russia Ukraine Crisis: रूस और युद्ध के बीच जंग जारी है और इस जंग का आज दसवां दिन है। शनिवार को रूस के दूतावास ने पश्चिमी देशों पर बड़ा आरोप लगाया है। रूसी दूतावास द्वारा यह कहा गया है कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में युद्ध क्षेत्रों में अपने भाड़े के सैनिकों की संख्या को बढ़ाया है।
रूस ने अपने दावे में कहा है कि यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, लातविया, पोलैंड और क्रोएशिया ने आधिकारिक तौर पर अपने नागरिकों को यूक्रेन के क्षेत्र में शत्रुता में भाग लेने की अनुमति दी है।
इसके अलावा रूस के दूतावास के द्वारा ये कहा गया है कि अमेरिका ने एकेडेमी, क्यूबिक और डायनकॉर्प जैसे निजी सैन्य संगठनों की भर्ती के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया। फ्रांसीसी विदेशी सेना भी जातीय यूक्रेनियन भेजने की योजना बना रही है। रूस ने कहा, जर्मनी से कई लड़ाकों के आने की उम्मीद है।
रूस की एंबेसी ने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुसार, यूक्रेन में लगभग 16,000 विदेशी लड़ाकों के आने की उम्मीद है। क्रोएशिया के लगभग 200 भाड़े के सैनिक पहले ही पोलैंड के माध्यम से देश में प्रवेश कर चुके हैं और यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में बेकाबू हो रहे राष्ट्रवादी इकाइयों में शामिल हो गए हैं।
शनिवार को ही यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने कहा कि 66,224 यूक्रेनी पुरुष रूस के आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए विदेश से लौटे हैं। वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर से दावा किया है कि युद्ध में रूस के 10 हजार सैनिकों को मार गिराया गया है।