Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद भारतीय नागरिकों को वहां से सुरक्षित वापस लाने के लिए 12 दिन पहले शुरू किए गया था। कई दिनों से चल रहे 'ऑपरेशन गंगा' का गुरूवार को अंतिम उड़ान के संचालन के साथ समापन हो जाएगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। आपको बता दें 'ऑपरेशन गंगा' के तहत, अब तक यूक्रेन में फंसे हुए 17 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को स्वदेश वापस लाया जा चुका है, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं। केवल देश के ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों के कुछ लोगों को भी इस अभियान के तहत निकाला गया है।
आज हो जाएगा यह अभियान समाप्त
इस मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक गुरूवार शाम को इस अभियान के तहत अंतिम उड़ान का संचालन होगा। यूक्रेन में फंसे हुए लगभग सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने का कार्य गुरूवार तक पूरा हो जाएगा, इसलिए भारत इस अभियान का समापन कर रहा है।
पड़ोसी देशों से भारतीयों को वापस लाया जा रहा है
हालांकि, कुछ अन्य स्थानों पर फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत का अभियान जारी रहेगा। दरअसल, रूसी सेना के हमले के मद्देनजर यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी को ही बंद कर दिया गया था। इसके बाद यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से विशेष उड़ानों के जरिए भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा रहा है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष से बात की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने बुधवार को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ मानवीय गलियारों और अन्य मुद्दों पर चर्चा की है। जेलेंस्की ने ट्वीट किया कि वे बातचीत के दौरान ‘‘नागरिकों के लिए प्रभावी मानवीय गलियारों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता’’ पर सहमत हुए। जेलेंस्की ने उल्लेख किया कि उन्होंने यूक्रेन के लिए यूरोपीय संघ की सदस्यता का मुद्दा फिर से उठाया तथा रूस के खिलाफ ईयू के एक और प्रतिबंध पैकेज के लिए आभार व्यक्त किया।