वेटिकन सिटीः पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह निधन हो गया। कार्डिनल केविन फारेल ने यह घोषणा की जो वेटिकन ‘कैमरलेंगो’ हैं। पोप फ्रांसिस का जन्म 1936 में हुआ था और 2025 में दुनिया को अलविदा कहा। पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह निधन हो गया। कार्डिनल केविन फेरेल ने यह घोषणा की। कार्डिनल केविन फेरेल वेटिकन के कैमरलेंगो हैं। कैमरलेंगो की पदवी उन कार्डिनल या उच्चस्तरीय पादरी को दी जाती है जो पोप के निधन या उनके इस्तीफे की घोषणा के लिए अधिकृत होते हैं। फेरेल ने घोषणा की, ‘‘रोम के बिशप, पोप फ्रांसिस आज सुबह 7.35 बजे यीशु के घर लौट गए।
उनका पूरा जीवन यीशु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (पोप ने) हमें ईसोपदेश के मूल्यों को निष्ठा, साहस और सार्वभौमिक प्रेम के साथ जीना सिखाया, विशेष रूप से सबसे गरीब और सबसे हाशिए पर पड़े लोगों के लिए।।’’ फेरेल ने कहा कि प्रभु यीशु के सच्चे शिष्य के रूप में अपार कृतज्ञता के साथ, ‘‘हम पोप फ्रांसिस की आत्मा को’’ ईश्वर के असीम, दयालु प्रेम को सौंपते हैं।
फ्रांसिस का निधन ईस्टर को 88 वर्ष की आयु में वेटिकन के कासा सांता मार्टा निवास स्थान पर हुआ। वेटिकन सिटी में 9 दिन शोक की घोषणा की गई है। रोमन कैथोलिक चर्च के 266वें पोप पोप फ्रांसिस का सोमवार को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ईसाई धर्म की सबसे बड़ी शाखा दुनिया के सबसे बड़े धर्म के नेता के रूप में पोप फ्रांसिस दुनिया भर में 1.4 बिलियन लोगों के आध्यात्मिक प्रमुख थे।
2013 में पोप बनने के बाद से उन्होंने विनम्रता, देखभाल और सुधार पर ध्यान केंद्रित करते हुए कैथोलिक चर्च का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने 20 अप्रैल को ईस्टर संडे पर एक संक्षिप्त सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से भी संक्षिप्त मुलाकात की थी। सीबीएस के अनुसार 24 मार्च को पोप फ्रांसिस को उल्टी और साँस लेने में तकलीफ के साथ ब्रोन्कोस्पास्म का दौरा पड़ा।
अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। लेकिन उसके बाद सुधार के संकेत मिले। एक पखवाड़े से ज़्यादा समय तक अस्पताल में रहे। डबल निमोनिया से जूझ रहे थे। 14 फरवरी को उन्हें नॉन-इनवेसिव मैकेनिकल वेंटिलेशन पर रखा गया था। पोप फ्रांसिस की मृत्यु से वेटिकन में कई पवित्र श्रृंखला शुरू हो जाएगी।