ईरान में विमान हादसे के बाद अपने ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग, अमेरिका ने भी घटना पर दी चेतावनी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 12, 2020 02:21 PM2020-01-12T14:21:30+5:302020-01-12T14:21:30+5:30
पिछले दिनों हादसे के समय विमान में कुल 173 लोग थे, जिसमें से 83 ईरान के ही थे। इस घटना के बाद अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दी है।
ईरान द्वारा यूक्रेन के विमान हादसे की जिम्मेदारी लेने के बाद लोग अपने देश के ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए हैं। लोग भारी संख्या में सड़कों पर उतर कर सरकार का विरोध कर रहे हैं। पिछले दिनों हादसे के समय विमान में कुल 173 लोग थे, जिसमें से 83 ईरान के ही थे। इस घटना के बाद अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा कि आगे से देश में इस तरह से नरसंहार नहीं होना चाहिए।
बता दें कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने बताया कि ईरान प्रशासन ने तेहरान में ब्रिटेन के राजदूत को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था। राजदूत रोब मकायर को ईरान में शासन के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर हिरासत में लिया गया था। हालांकि राजदूत को एक घंटे के बाद रिहा कर दिया गया था।
राब ने राजदूत रोब मकायर को हिरासत में लिए जाने के बाद एक बयान में कहा, ‘‘ बिना किसी आधार और व्याख्या के तेहरान में हमारे राजदूत को हिरासत में लिया जाना अंतरराष्ट्रीय कानून का खुले तौर पर उल्लंघन है।’’ मंत्री ने ईरान को चेतावनी दी कि वह ‘दोराहे पर खड़ा है’ और उसे ‘परित्यक्त देश’ का दर्जा या फिर ‘बातचीत के जरिए तनाव कम करने की दिशा में कदम’ में से किसी एक को चुनना होगा।
मकायर को तेहरान में कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को ‘उकसाने’ के मामले में हिरासत में लिया गया। ईरान में ये प्रदर्शन यूक्रेन के विमान को गलती से गिराए जाने के बाद शुरू हुआ। ईरान ने स्वीकार किया है कि उसने गलती से विमान को निशाना बनाया था। इसमें 176 लोगों की मौत हो गई थी। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने विमान गिराए जाने को ‘अक्षम्य गलती’ बताया है।