नई दिल्ली: पाकिस्तान ने बुधवार को ईरान को सख्त लहजे में गंभीर रूप से परिणाम भुगतने को कहा है। यह बात उस समय सामने आई है, जब बलूचिस्तान के कुछ हिस्सों में ड्रोन और मिसाइल से हमले किये। इस घटना में दो बच्चे और तीन लोग घायल हो गये थे।
ईरान स्थित राज्य मीडिया ने बताया कि पाकिस्तान में बलूची आतंकवादी समूह जैश अल अदल के दो ठिकानों को मंगलवार को मिसाइलों से निशाना बनाया गया। एक दिन बाद ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इराक और सीरिया में मिसाइलों से हमला किया। इस्लमाबादा की ओर ईरान के उच्चायोग को समन भेजा गया है, जिसमें इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ईरान ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है।
ईरान के हमले से मध्य एशिया में काफी तनाव पैदा हो गया है। यह क्षेत्र पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा है क्योंकि इजरायल के द्वारा हमास के लड़ाकू को मार गिराने के लिए लगातार गाजा पट्टी पर हमला किया जा रहा है।
ईरान की अर्धसरकारी न्यूज एजेंसी तासनीम ने कहा, "जैश-अल-अदल आतंकवादी संगठन को पाकिस्तान में टारगेट करने का उद्देश्य था। इसके साथ ही बताया कि सफलतापूर्वक इस संगठन को हमला करने की कोशिश की थी।" यह भी दावा करते हुए कि लक्षित क्षेत्र को "ग्रीन माउंटेन" कहा जाता है, एजेंसी ने कहा कि ठिकानों को मिसाइल और ड्रोन हमलों के जरिए लक्षित किया गया था। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, जैश अल-अदल आतंकवादी समूह ने पहले भी पाकिस्तान के साथ सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर हमले किए हैं।
असल में बात यह है कि जैश-अल-अदल आतंकवादी ग्रुप ने पिछले दिनों ईरान के सुरक्षा कर्मियों पर घुड़सवार हमला किया था। यह हमला पाकिस्तान बॉर्डर के निकट था। इस बात की जानकारी डॉन अखबार ने पुष्टि की थी।