Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो को नई सरकार में अगला विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि शनिवार देर रात संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया।
जियो न्यूज़ ने खबर दी है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद अहम हैं जबकि यह सवाल भी महत्वपूर्ण है कि नई सरकार में विदेश मंत्री कौन होगा क्योंकि संयुक्त विपक्ष लगातार इमरान खान सरकार को ‘गलत’ विदेश नीतियों के लिए निशाना बनाता रहा था। खबर में कहा गया है, “ अफवाहों के मुताबिक पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो-ज़रदारी अगले विदेश मंत्री नियुक्त किए जा सकते हैं।”
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पढ़े 33 वर्षीय बिलावल ने ‘द इंडिपेंडेंट उर्दू’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि पार्टी नए विदेश मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर फैसला करेगी। बिलावल भुट्टो पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के बेटे हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के नवासे हैं।
खान के नेतृत्व की आलोचना करते हुए बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) को विवादास्पद बना दिया है। शनिवार को नेशनल असेंबली में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान, बिलावल ने खान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में क्यों मौजूद नहीं थे, जिसमें पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी नीत सरकार को गिराने की तथाकथित "विदेशी साजिश" पर चर्चा की गई।
पाकिस्तान में विपक्षी दल के शीर्ष नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद उन पर कटाक्ष करते हुए रविवार को कहा, ‘‘हम (आपका) पुराने पाकिस्तान में फिर से स्वागत करते हैं।’’ ‘नया पाकिस्तान’ बनाने के वादे के साथ 2018 में सत्ता में आए खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया है।
इस तरह, वह देश के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से बेदखल किये जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हो गए हैं। खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के सरकार के कई प्रयासों के बावजूद संयुक्त विपक्ष खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के अपने महीने भर के प्रयासों में सफल रहा, क्योंकि दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम में 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली के 174 सदस्यों ने उनके खिलाफ मतदान किया। बिलावल ने कहा, ‘‘मैं पूरे मुल्क और इस सदन को बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार अविश्वास प्रस्ताव सफल हुआ है और हमने इतिहास रच दिया है।’’
इस अवसर पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) अध्यक्ष ने 10 अप्रैल के महत्व को याद करते हुए कहा कि 1973 में इसी दिन देश ने संविधान को मंजूरी दी थी। बिलावल ने अपनी मां को याद करते हुए कहा, ‘‘10 अप्रैल, 1986 को बेनजीर भुट्टो ने अपना निर्वासन खत्म किया और जियाउल हक के खिलाफ अपना संघर्ष शुरू करने के लिए लाहौर पहुंचीं।’’
पीपीपी के अध्यक्ष ने कहा कि 10 अप्रैल, 2022 को जिस शख्स को विरोधियों ने ‘‘चयनित’’ घोषित किया और जिसने खुद को देश पर ‘‘अलोकतांत्रिक बोझ’’ साबित किया, उसके शासन का अंत हो गया। बिलावल ने कहा, ‘‘आज, 10 अप्रैल 2022 को हम पुराने पाकिस्तान में (आपका) स्वागत करते हैं।’’
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ ने भी फैसले की सराहना की और ट्वीट किया, ‘‘मेरे प्यारे पाकिस्तान के लिए बुरा सपना खत्म हो गया है। ठीक करने और दुरूस्त करने में समय लगेगा। पाकिस्तान जिंदाबाद, नवाज शरीफ जिंदाबाद।’’