Pakistan PoK protests: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में अर्धसैनिक रेंजर्स के साथ झड़प के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई गोलीबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। मंगलवार को मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई है। पीओके में गेहूं के आटे की ऊंची कीमतों और बिजली के बढ़े हुए दामों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। ‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, विवादित क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किए गए अर्धसैनिक रेंजर्स पर क्षेत्र से बाहर निकलते समय हमला हो गया।
खबर में कहा गया है कि पांच ट्रकों समेत 19 वाहनों के काफिले ने खैबर पख्तूनख्वा की सीमा से लगे गांव ब्रारकोट से बाहर निकलने के बजाय कोहाला से क्षेत्र से बाहर निकलने का विकल्प चुना। खबर के अनुसार, जैसे ही काफिला "आक्रोशित माहौल" में मुजफ्फराबाद पहुंचा, शोरां दा नक्का गांव के पास उस पर पत्थरों से हमला किया गया, जिसका जवाब उन्होंने आंसू गैस और गोलीबारी से दिया।
इसमें आगे कहा गया है कि पश्चिमी बाईपास के रास्ते शहर में प्रवेश करने के बाद, रेंजर्स पर फिर से पथराव हुआ, जिसके चलते उन्हें आंसूगैस और गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा। गोलाबारी इतनी भीषण थी कि पूरा इलाका दहल उठा। खबर के अनुसार, 40 किलोग्राम आटे की सब्सिडी दर 3,100 पाकिस्तानी रुपये से कम करके 2,000 पाकिस्तानी रुपये कर दी गई है।
खबर के अनुसार 100, 300 और 300 यूनिट से अधिक के लिए बिजली के दाम बढ़ाकर क्रमश: 3 रुपये, 5 रुपये और 6 रुपये प्रति यूनिट कर दिए गए हैं। पाकिस्तान के कब्जे (पीओके) वाले कश्मीर में गेहूं के आटे, बिजली की ऊंची कीमतों और अधिक कर के खिलाफ शुरू की गई पूर्ण हड़ताल 5वें दिन भी जारी है।
देश की सरकार को क्षेत्र में बढ़ती अशांति को खत्म करने के लिए तत्काल 23 अरब रुपये आवंटित करने पड़े। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वह स्थिति को लेकर "काफी चिंतित" हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारियों और क्षेत्रीय सरकार के बीच गतिरोध समाप्त होने के बाद, क्षेत्र के लिए तत्काल 23 अरब रुपये प्रदान करने को मंजूरी दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि अप्रत्याशित विरोध और इसकी संवेदनशीलता से चिंतित प्रधानमंत्री शरीफ ने सोमवार को यहां एक विशेष बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पीओके के "प्रधानमंत्री" चौधरी अनवारुल हक, स्थानीय मंत्री और शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व ने भाग लिया।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शरीफ ने पीओके के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए 23 अरब रुपये के तत्काल अनुदान को मंजूरी दी। बयान में कहा गया है कि बैठक में संघीय मंत्रियों और गठबंधन दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया, बैठक में स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई। पीएमओ ने कहा कि कश्मीर के नेताओं और सभी प्रतिभागियों ने शहबाज के फैसले की सराहना की।