पाकिस्तान-कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और बाल्टिस्तान इलाके में सरकार की ओर से अवैध टैक्स वसूली के विरोध में लोग सड़कों पर नजर आ रहें हैं। इस विरोध में पाकिस्तान सरकार के लागू कानून को अनदेखा कर पाकिस्तान-विरोधी नारे लगा रहें हैं, साथ ही यहा की आर्थिक गतिविधियों को भी रोक दिया गया हैं। सभी छोटे और बड़े कारोबारी पाकिस्तान के अन्यायपूर्ण टैक्स सिस्टम के खिलाफ बंद में हिस्सा ले रहे हैं।
एएनआई रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान के कारोबारियों का यह मानना है कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले इस इलाके में अधिक टैक्स वसूल रहा है, जबकि आर्थिक दृष्टिकोण से यह इलाका काफी कमजोर है और यहां के कारोबारियों की आय भी बेहद कम है। प्रदर्शनकारियों में से एक नेता ने कहा,' 'क्या आप अपने घरों में रखे चिकन के लिए भी पाकिस्तान को टैक्स देंगे? क्या आप दूध के लिए घर में पाली गई गाय के लिए टैक्स चुकाएंगे?'
स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि सब्सिडी या बिना किसी संवैधानिक अधिकारों के टैक्स में बढ़ाया गया है। इससे पहले भी वसूले गए टैक्स को कभी गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके के विकास और हित के लिए खर्च नहीं किया गया है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पाकिस्तान जब तक इस टैक्स को वापस लेने का फैसला नहीं लेती, तब तक हम पूरी ताकत से प्रदर्शन करते रहेंगे।