इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कई दिनों से जारी सियासी संकट के बीच रविवार को नेशनल असेंबली की कार्यवाही शुरू हुई। इसमें विपक्ष की ओर से इमरान खान की सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी। हालांकि इस बीच नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव को पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 5 के खिलाफ करार देते हुए खारिज कर दिया।
डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को गैरसंवैधानिक बताया। साथ ही पाकिस्तान की संसद की कार्यवाही को भी 25 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
फवाद चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर उठाए सवाल
सत्र शुरू होने के कुछ ही समय बाद ही पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अनुच्छेद 5 के तहत देश के प्रति वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य है। उन्होंने इमरान खान के पहले के उन दावों को दोहराया जिसमें कहा गया था कि सरकार को हटाने के कदम के पीछे एक विदेशी साजिश शामिल है।
फवाद चौधरी ने आगे कहा, 'हमें बताया गया था कि पाकिस्तान के साथ संबंध अविश्वास प्रस्ताव की सफलता पर निर्भर है। हमें बताया गया था कि यदि प्रस्ताव विफल हो जाता है, तो पाकिस्तान के लिए आगे का रास्ता बहुत कठिन होगा। यह एक विदेशी सरकार द्वारा सत्ता में परिवर्तन के लिए एक ऑपरेशन है।' फवाद चौधरी ने किया कि इसकी अनुमति कैसे दी जा सकती है। इसके बाद उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव की संवैधानिकता तय करने के लिए डिप्टी स्पीकर से मांग की।