लाहौर की हाई कोर्ट ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जमानत दे दी है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नवाज शरीफ को स्वास्थ्य के आधार पर चौधरी शुगर मिल मामले में कोर्ट ने जमानत दी है। इससे पहले गुरुवार को ये खबर आई थी कि नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज की तबियत खराब हो गई है। मरियम को उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनके पिता का, प्लेटलेट घट जाने की समस्या की वजह से इलाज चल रहा था।
शरीफ का एक ऐसी बीमारी का इलाज चल रहा है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के 69 वर्षीय सुप्रीमो को सोमवार देर रात को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) कार्यालय से लाहौर में सर्विसेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका प्लेटेलेट काउंट अचानक गिर गया था।
जस्टिस बकर नजाफी की अध्यक्षता वाली लाहौर हाई कोर्ट की दो सदस्यीय पीठ ने पीएमएल-एन अध्यक्ष शाहबाज शरीफ की याचिका पर सुनवाई की जिसमें धन शोधन के एक मामले में एनएबी की हिरासत में बंद उनके बड़े भाई को स्वास्थ्य के आधार पर रिहा करने का अनुरोध किया गया तथा इसे स्वीकार कर लिया गया। हालांकि, शरीफ को तत्काल रिहा नहीं किया जाएगा क्योंकि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने अल अजीजिया स्टील मिल मामले में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।
इससे पहले गुरुवार को ये खबर आई थी कि नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज की तबियत खराब हो गई है। मरियम को उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनके पिता का, प्लेटलेट घट जाने की समस्या की वजह से इजाज चल रहा था।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार शरीफ (69) की प्लेटलेट्स सोमवार को काफी ज्यादा घट गईं और उनकी हालत गंभीर हो गई। उन्हें कोट लखपत जेल से लाहौर के सर्विस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि कोट लखपत जेल में ही सजा काट रहीं मरियम नवाज ने अपने पिता को अस्पाल में देखने जाने की अनुमति संबंधी अर्जी जवाबदेही अदालत में दाखिल की थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था।
इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश पर पंजाब गृह विभाग ने मरियम को बीमार पिता को देखने जाने की अनुमति दी। पिता से मिलने के बाद मरियम भी बीमार पड़ गईं। इसके बाद उन्हें भी उसी अस्पताल में और नवाज के कमरे के बगल वाले कमरे में ही भर्ती किया गया।