पाकिस्तान: 35 अरब के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में FIA ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से की पूछताछ
By भाषा | Published: August 27, 2018 05:57 PM2018-08-27T17:57:22+5:302018-08-27T17:57:22+5:30
इस्लामाबाद, 27 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और...
इस्लामाबाद, 27 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर 35 अरब रुपये के धनशोधन और फर्जी बैंक खाते मामले में संघीय जांच एजेंसी (FIA) की एक संयुक्त टीम के समक्ष आज पेश हुए।
पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने जुलाई में 63 वर्षीय जरदारी और उनकी बहन को अरबों रुपये के कथित घोटाले के लाभार्थियों की सूची में शामिल किया था। इसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष के करीबी सहयोगी और प्रसिद्ध बैंकर हुसैन लवाई को गिरफ्तार किया गया था।
समाचार पत्र ‘डॉन’ की खबर के मुताबिक एफआईए ने शनिवार को पूर्व राष्ट्रपति और उनकी बहन को सोमवार को एजेंसी के मुख्यालय में पेश होने को कहा था। उन्हें चौथी बार सम्मन जारी किया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और राजा परवेज अशरफ सहित पीपीपी के कई अन्य नेताओं के साथ जरदारी और उनकी बहन कड़ी सुरक्षा के बीच एफआईए कार्यालय पहुंचे।
समाचार पत्र के मुताबिक एफआईए की एक टीम ने उनसे जुड़े फर्जी खातों और लेनदेन के बारे में भाई-बहन से पूछताछ की।
जरदारी ने एफआईए कार्यालय के बाहर मीडिया से कहा, “यह फर्जी मामला है और दुर्भाग्यपूर्ण है कि नवाज शरीफ के कार्यकाल में मेरे खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया था। यह मामला मियां साहब के आदेश पर दर्ज किया गया था।”
जरदारी 2008 से 2013 के बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे।
कराची की एक स्थानीय बैंकिंग अदालत ने जारी जांच में जरदारी और अन्य फरार संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए 17 अगस्त को गैर जमानती वारंट जारी किया था।
अदालत ने आदेश दिया कि संदिग्धों को गिरफ्तार किया जाए और उसके समक्ष चार सितंबर तक पेश किया जाए।