इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध में एक पत्रकार को भगवान हनुमान का अपमान करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सामने आई जानकारी के अनुसार इस स्थानीय पत्रकार को ईशनिंदा काननू के तहत गिरफ्तार किया गया है। सामने आई जानकारी के अनुसार इस मामले को लेकर मीरपुरखास शहर के सेटेलाइट थाने में एक मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान में हिंदुओं से जुड़ी मान्यताओं के अपमान पर कार्रवाई का यह दुर्लभ मामला है। आमतौर पर ईशनिंदा कानून के तहत पाकिस्तान में अल्पसंख्यक धर्मों के लोगों के खिलाफ ही केस दर्ज होने के मामले सामने आते रहते हैं। इस मामले में शिकायत करने वाले रमेश कुमार नाम के शख्स हैं जो लुहाना पंचायत मीरपुरखास के उपाध्यक्ष हैं। रमेश कुमार के अनुसार 19 मार्च को उन्होंने असलम बलोच नाम के स्थानीय पत्रकार के फेसबुक पेज पर भगवान हनुमान की शेयर की गई तस्वीर देखी थी। यही तस्वीर वाटसेप ग्रुप में भी साझा की गई थी।
इसी तस्वीर को लेकर विवाद है। रमेश कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि इसे शेयर कर असलम बलोच ने उनकी और अन्य हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। उन्होंने कहा इससे धर्मों के बीच वैमनस्यता फैलेगी और क़ानून व्यवस्था को ख़राब करने का भी प्रयास किया गया है।
सिंध में है हिंदुओं की बड़ी आबादी
पाकिस्तान में हिंदुओं की सबसे बड़ी आबादी सिंध प्रांत में ही रहती है। प्रांत की 70% हिंदू आबादी मीरपुरखास में रहती है। इसी मीरपुरख़ास मंडल में थरपारकर, उमरकोट और संघर जैसे सीमावर्ती ज़िले आते हैं जिनक सीमाएं भारत ,से लगी हैं।
बहरहाल, बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार अल्पसंख्यक मामलों के प्रांतीय मंत्री ज्ञानचंद इसरानी ने पूरे मामले पर सिंध के इंसपेक्टर जनरल से बात की। साथ ही एसएसपी मीरपुरखास से भी बात की और पत्रकार को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए। प्रांतीय मंत्री ने कहा कि किसी को भी किसी के धर्म का अपमान करने की इजाजत नहीं दी जाएगी और ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूरे विवाद के बीच गिरफ्तार असलम बलोच का एक वीडियो सामने आया है। इसमें उसने अपने पोस्ट के लिए हिंदू समुदाय से माफी मांगी है।