गुरुद्वारा दरबार साहिब में बिना सिर ढके फोटो शूट मामले में पाक पुलिस ने जांच शुरू की
By भाषा | Updated: November 29, 2021 23:26 IST2021-11-29T23:26:30+5:302021-11-29T23:26:30+5:30

गुरुद्वारा दरबार साहिब में बिना सिर ढके फोटो शूट मामले में पाक पुलिस ने जांच शुरू की
लाहौर, 29 नवंबर पाकिस्तान पुलिस ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में परिधान के एक ब्रांड के लिए बिना सिर ढके फोटोशूट कराये जाने के बाद पाकिस्तानी मॉडल और परिधान ब्रांड के खिलाफ सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जांच शुरू की। पुलिस ने यह जांच तस्वीरों को लेकर एक भारतीय सिख पत्रकार द्वारा आलोचना किये जाने के बाद शुरू की।
स्वतंत्र पत्रकार रविंदर सिंह ने ट्वीट करके उल्लेख किया कि तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की गई हैं। उन्होंने समुदाय के प्रति अनादर भी रेखांकित किया। सिंह ने अपनी पोस्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी टैग किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान में करतारपुर साहिब में गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब के परिसर में महिलाओं के परिधान के लिए बिना सिर ढके मॉडलिंग करके लाहौर की एक महिला ने सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचायी है।’’
गुरुद्वारे में अपना सिर ढकना अनिवार्य है और इसे इस पवित्र स्थान के प्रति सम्मान दिखाने का एक तरीका माना जाता है।
फोटोशूट को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद पंजाब प्रांत की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार हरकत में आयी। पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने एक बयान जारी करके कहा कि उन्होंने घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में 'मॉडलिंग' की अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले की व्यापक जांच के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’
पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने एक ट्वीट किया, ‘‘पंजाब पुलिस इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित ब्रांड के प्रबंधन और मॉडल के खिलाफ जांच की जा रही है। सभी धर्मों के उपासना स्थल समान रूप से सम्मानित हैं।’’
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया, ‘‘डिजाइनर और मॉडल को तस्वीरों के लिए सिख समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘करतारपुर साहिब एक धार्मिक प्रतीक है..।’’
समाचारपत्र ‘डॉन’ की एक खबर के मुताबिक, मॉडल की तस्वीरें ‘मन्नत क्लोदिंग’ नाम के एक परिधान ब्रांड के इंस्टाग्राम पेज पर साझा की गईं, लेकिन आलोचना के बाद इसे हटा दिया गया।
खबर में पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए डिजिटल मीडिया देखने वाले अजहर मशवानी के हवाले से कहा गया कि मामला पुलिस फोटो खींचने में ब्रांड और मॉडल की भूमिका की पहले जांच करेगी और बाद में मामला दर्ज करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मॉडल ने खुद फोटोशूट कराया या फिर ब्रांड ने यह कराया।’’
पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया जताते हुए ‘मन्नत क्लोदिंग’ ब्रांड ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में माफी मांगी और इस बात से इनकार किया कि उनके अकाउंट पर पोस्ट की गई तस्वीरें उनके द्वारा किए गए किसी भी फोटोशूट का हिस्सा थीं।
उसने कहा, ‘‘ये तस्वीरें हमें एक थर्ड पार्टी (ब्लॉगर) ने मुहैया कराई थीं, जिसमें हमारा परिधान पहना गया था।’’ उसने कहा, ‘‘हालांकि, हम अपनी गलती स्वीकार करते हैं कि हमें इस सामग्री को पोस्ट नहीं करना चाहिए था और हम हर उस व्यक्ति से माफी मांगते हैं, जो इससे आहत हुआ है।’’
तस्वीरों में पोज देने वाली मॉडल/ब्लॉगर सौलेहा इम्तियाज ने भी माफी मांगते हुए कहा, ‘‘मैं अभी इतिहास के बारे में जानने और सिख समुदाय के बारे में जानने के लिए करतारपुर गई थी। यह किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं किया गया था।’’
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘हालांकि, यदि मैंने किसी को ठेस पहुंचाई है या उन्हें लगता है कि मैं उनकी संस्कृति का सम्मान नहीं करती, तो मुझे खेद है। मैं सिख संस्कृति का बहुत सम्मान करती हूं और मुझे सभी सिख समुदाय से खेद है।’’
पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इस तरह का कोई भी फैशन शूट करतारपुर साहिब में संबंधित अधिकारियों की जानकारी/अनुमति के बिना नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘करतारपुर साहिब में आचार संहिता का पालन करते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यह सवाल ही नहीं है कि कोई मॉडल सुरक्षा कर्मियों को चकमा देती है और फैशन शूट करती है। गुरुद्वारे से कोई व्यक्ति इस प्रकरण में शामिल है।’’
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी मॉडल और अभिनेत्रियों को धार्मिक स्थलों पर फोटो शूट कराने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है।
पाकिस्तानी अभिनेत्री और मॉडल सबा क़मर, जिन्होंने बॉलीवुड फिल्म 'हिंदी मीडियम' में अभिनय किया था, के खिलाफ पुराने लाहौर शहर में ऐतिहासिक मस्जिद वजीर खान में एक फोटो शूट के लिए ईशनिंदा का मामला दर्ज किया गया था।
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