पाकिस्तानी पत्रकार का दावा- इमरान खान की पार्टी वालों ने मुझे नंगा कर के नचाया और वीडियो बनाया
By अनुराग आनंद | Published: February 24, 2021 01:36 PM2021-02-24T13:36:55+5:302021-02-24T14:53:28+5:30
चारसड्डा बाजार में स्थित पीटीआई की पार्टी कार्यालय में महिला पत्रकार को ले जाकर उसे कथित तौर पर नग्न कर प्रताड़ित किया गया था।
नई दिल्ली:पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं द्वारा यातना और अपमान किए जाने के मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।
एनआई रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकार सैफुल्लाह जान ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के नेताओं पर उन्हें पार्टी के कार्यालय में जबरन ले जाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, चारसद्दा प्रेस क्लब की सदस्य सैफुल्लाह जान ने कहा कि पीटीआई के नेता अब्दुल्ला, उनके भाई फहीम, जकात समिति के अध्यक्ष इफ्तिखार और अन्य सशस्त्र नेता ने उन्हें जबरन पीटीआई दफ्तर ले गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चारसड्डा बाजार में स्थित पार्टी कार्यालय में महिला पत्रकार को ले जाकर उसे कथित तौर पर नग्न और प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि नेताओं ने नग्न करने के बाद उनका एक वीडियो भी बनाया था। इसके बाद पब्लिक प्रेशर के बाद ही नेताओं ने महिला को छोड़ने का फैसला किया था।
जिला पुलिस अधिकारी मोहम्मद शोएब ने थाने को केस दर्ज करने का आदेश दिया था-
महिला पत्रकार ने कहा कि इस घटना के बाद जिला पुलिस अधिकारी मोहम्मद शोएब ने सरदारी पुलिस स्टेशन में पुलिस को कानून के अनुसार इस मामले में केस दर्ज करने का आदेश दिया था, लेकिन पुलिस ने एक प्लैन के तहत केस दर्ज करने में देरी की और एफआईआर में घटना को लेकर कानून के महत्वपूर्ण सेक्शन के तहत केस दर्ज नहीं किया।
महिला पत्रकार का आरोप है कि पुलिस ने मुख्य आरोपी के नाम को लिस्ट से बाहर कर दिया-
पत्रकार ने कहा कि पीटीआई नेताओं द्वारा दिए गए इस यातना के कारण उसका पैर फ्रैक्चर हो गया था लेकिन पुलिस ने एफआईआर में लिखा है कि उसे मामूली चोटें आई हैं। पत्रकार ने यह भी कहा कि उसने पुलिस को 5 लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। लेकिन, पुलिस ने पीटीआई के नेता इफ्तिखार का नाम हटा दिया, जो मामले का मुख्य आरोपी है।
पत्रकार ने कोर्ट से कहा है कि पुलिस ने कमजोर धाराओं में केस दर्ज किया है-
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता ने इस मामले में पेशावर हाई कोर्ट में याचिका देकर इस मामले के दोषी पर कार्रवाई करने की अपील की है। पत्रकार ने कोर्ट से कहा है कि पुलिस ने कमजोर धाराओं में केस दर्ज किया, जिसकी वजह से आरोपियों को आसानी से जमानत मिल गई। मुख्य आरोपी के नाम को भी पुलिस ने केस में दर्ज नहीं किया है। ऐसे में महिला पत्रकार ने कोर्ट से अपील की है कि अदालत मामले में हस्तक्षेप कर आरोपियों को उचित सजा दिलाए।