स्टॉकहोमः मैरी ई ब्रुनको, फ्रेड रैमस्डेल और शिमॉन साकागुची को ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ से संबंधित उनकी खोजों के लिए इस साल का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार देने की सोमवार को घोषणा की गई। तीनों को 10 दिसंबर को एक समारोह में औपचारिक रूप से यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसे आधिकारिक तौर पर फिजियोलॉजी या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है। ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ या परिधीय प्रतिरक्षा सहिष्णुता एक ऐसा तरीका है, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को अनियंत्रित होने और बाहरी आक्रमणकारियों के बजाय अपने ही ऊतकों पर हमला करने से रोकने में मदद मिलती है।
सोमवार को स्टॉकहोम में यह घोषणा की गई। चिकित्सा के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार को आधिकारिक तौर पर ‘फिजियोलॉजी या मेडिसिन’ का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है। यह सम्मान 1901 से 2024 के बीच 115 बार 229 नोबेल पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किया जा चुका है।
पिछले साल का पुरस्कार अमेरिकी नागरिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को सूक्ष्म ‘आरएनए’ (राइबोन्यूक्लिक एसिड) की खोज के लिए साझा रूप से दिया गया था। माइक्रो या सूक्ष्म आरएनए आनुवंशिक पदार्थ के सूक्ष्म कण होते हैं जो कोशिकाओं के अंदर चालू और बंद करने वाले स्विच के रूप में काम करते हैं और कोशिकाओं को क्या और कब करना है, यह नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
इसके बाद मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और बृहस्पतिवार को साहित्य के नोबेल पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की जाएगी। नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार की घोषणा 13 अक्टूबर को की जाएगी।
पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा, जो इन पुरस्कारों की स्थापना करने वाले अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है। नोबेल एक संपन्न स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक थे। उनका निधन 1896 में हुआ था।