जेनेवा, 13 मार्च। पाकिस्तान में अभियक्ति की स्वतंत्रता नाम की कोई चीज नहीं है। स्वीटजरलैंड के जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद सत्र में ह्यूमन राइट्स के एक सेमिनार में पाकिस्तानी पत्रकार आरीफ तौकीर ने अपने ही देश की सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान, सिंध, खैबर पख्तोंत्वा और पीओके में हालात अब तक सामान्य नहीं हुए। अत्याचार करने वाले अमानवीय चेहरे कई बार सामने आते हैं।
पत्रकार आरीफ तौकीर ने कहा कि, बलूचिस्तान, सिंध, खैबर पख्तोंखवा और पीओके में अल्पसंख्यकों पर उत्पीड़न, हत्याओं और अपहरण के मामले सामने आ रहे हैं। खास बात यह है कि वहां की मुख्यधारा के मीडिया में इन जैसे मानव अधिकारों के उल्लंघन की सूचना नहीं दी जा रही है और यह बहुत खतरनाक है।
गौरतलब है कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद् (एचआरसी) के 33वें सत्र में उत्तर देने के अधिकार के तहत भारत ने पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे अत्याचार पर कहा कि, हम, एक बार फिर, पाकिस्तान से कहते हैं कि वह भारत के किसी भी हिस्से में हिंसा और आतंकवाद को उकसाना और समर्थन देना बंद करे साथ ही किसी भी रूप में हमारे अंदरूनी मामलों में दखलअंदाजी बंद करे।