लाइव न्यूज़ :

केपी ओली के RAW चीफ से बंद कमरे में मुलाकात पर नेपाल में विवाद, जानिए क्या है पूरा मामला

By विनीत कुमार | Published: October 23, 2020 8:38 AM

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के रॉ चीफ से मुलाकात पर नेपाल में विवाद शुरू हो गया है। ओली के पार्टी ने भी सवाल उठाए हैं। कई अन्य नेताओं ने भी बैठक की बातों को सार्वजनिक करने की मांग की है।

Open in App
ठळक मुद्देभारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के चीफ से नेपाल के पीएम की बंद कमरे में मुलाकातअगले महीने भारतीय सेना के चीफ जनरल एमएम नरवणे के नेपाल के दौरे से पहले ये अहम मुलाकात

नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली एक बार फिर निशाने पर आ गए हैं। ओली पर नेपाल के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों समेत खुद उनकी पार्टी ने भी सवाल उठाए हैं।

ये पूरा विवाद केपी शर्मा ओली के भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख सामंत कुमार गोयल से मुलाकात को लेकर शुरू हुआ है। गोयल ने बुधवार को नेपाल का दौरा किया था और बंद कमरे में ओली से मुलाकात की थी। 

नेपाल में चीन और पाकिस्तान की बढ़ती दखलअंदाजी के बीच रॉ चीफ के नेपाली पीएम से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। नेपाली सरकरा की ओर से हालांकि इसे केवल एक औपचारिक मुलाकात बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार अगले महीने भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को भी नेपाल के दौरे पर जाना है।

ओली की पार्टी ने भी उठाए हैं मुलाकात पर सवाल

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने ओली की इस मुलाकात को 'अनुचित' बताया है। प्रचंड नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी के एक्जक्यूटिव चेयरमैन भी हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि उन पर पार्टी को एकजुट रखने की जिम्मेदारी है लेकिन ओली ने जिस तरह पार्टी को इस बारे में अंधेरे में रखा, उसे देखते हुए कड़ा कदम उठाया जा सकता है।

बता दें कि पीएम ओली ने हाल में भारत विरोधी अपने रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल को पद से हटा दिया है। फिलहाल उन्होंने यह विभाग अपने पास ही रखा है। ईश्वर पोखरेल कई बार भारतीय सेना के प्रमुख जनरल नरवणे की आलोचना कर चुके हैं। 

नक्शों को लेकर भारत-नेपाल में विवाद

नेपाल ने हाल में एक विवादित नक्शा जारी किया था। इसी के बाद से दोनों देशों में तनाव दिखता रहा है। नेपाल ने कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख को अपने नक्शे में शामिल कर लिया था। भारत ने इसे लेकर नाराजगी जताई थी।

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आठ मई को उत्तराखंड के धारचूला के साथ लिपुलेख दर्रे को जोड़ने वाली रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 80 किलोमीटर लंबी सड़क का उद्घाटन किया था।

नेपाल ने इस सड़क के उद्घाटन का विरोध करते हुए दावा किया था कि यह उसके क्षेत्र से गुजरती है। इसके कुछ दिन बाद नेपाल एक नया नक्शा लेकर आया जिसमें कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख को उसने अपने क्षेत्र के रूप में दिखाया।

टॅग्स :नेपालकेपी ओलीरिसर्च एंड एनालिसिस विंगमनोज मुकुंद नरवणे
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वनेपाल के प्रधानमंत्री 'प्रचंड' ने जीता संसदीय विश्वास मत , 18 महीने में चौथी बार हुआ ऐसा

विश्वNepal Vote: आखिर क्यों संकट में 'प्रचंड' सरकार!, कल नेपाल प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत पेश करेंगे, जानिए किसके पास कितने वोट

कारोबारMDH, एवरेस्ट पर फिर लटकी तलवार, सिंगापुर, हॉन्ग-कॉन्ग के बाद नेपाल में आयात और बिक्री पर लगा प्रतिबंध

विश्वNepal Rs 100: 100 रुपए के नए नोट पर रार, नेपाल राष्ट्रपति पौडेल के आर्थिक सलाहकार चिरंजीवी ने दिया इस्तीफा, नक्शे में कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को किया शामिल...

विश्वनेपाल के कामी रीता शेरपा ने 29 बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर रचा इतिहास, तोड़ा अपना रिकॉर्ड

विश्व अधिक खबरें

विश्वरूस के खिलाफ एक साथ आए 6 NATO देश, अब अपनी सीमाओं पर खड़ी करेंगे 'ड्रोन की दीवार'

विश्वJennifer Lopez Says AI: एआई 'खौफनाक', जेनिफर लोपेज ने कहा- बेहद डरावना, कई समस्या से अवगत कराया

विश्वPapua New Guinea landslide: सबसे बड़ा डर, लाशें सड़ रही हैं, पानी बह रहा और रोग फैलने का गंभीर खतरा, पीएम मोदी ने कहा- भारत हरसंभव मदद करने के लिए तैयार

विश्वCristiano Ronaldo Saudi Pro League campaign 2024: सुपर बॉस!, कोई नहीं मेरे आगे, 35 गोल के साथ रिकॉर्ड, रोनाल्डो ने सभी पछाड़ा, देखें आंकड़े

विश्वLGBT: "समलैंगिक लोगों को पादरी बनने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए", पोप फ्रांसिस ने एलजीबीटी के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा