रूस सीमा के पास 90 हजार सैनिक और सैन्य साजोसामान जुटा रहा है नाटो, बड़े युद्धाभ्यास की तैयारी, बढ़ सकता है तनाव
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 21, 2024 04:15 PM2024-01-21T16:15:41+5:302024-01-21T16:17:44+5:30
इस अभ्यास में पोलैंड में नाटो की त्वरित प्रतिक्रिया बल को तैनात करने और बाल्टिक राज्यों, जर्मनी, नॉर्वे और रोमानिया जैसे कमजोर क्षेत्रों को सुरक्षित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
नई दिल्ली: लंबे समय से यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझे रूस का तनाव नाटो देशों के साथ और गहरा सकता है। दरअसल 'नाटो' शीत युद्ध के दौर के बाद से अपना सबसे व्यापक सैन्य अभ्यास शुरू कर रहा है। इसे स्टीडफ़ास्ट डिफेंडर 2024 के नाम से जाना जाएगा। इसका उद्देश्य यूरोपीय सहयोगियों, विशेष रूप से रूस के पड़ोसी देशों और गठबंधन की पूर्वी सीमाओं पर स्थित यूरोपीय सहयोगियों के साथ अमेरिकी सेना का तालमेल बढ़ाना है।
नाटो के शीर्ष कमांडर क्रिस कैवोली के अनुसार इस युद्धाभ्यास में लगभग 90,000 सैनिक भाग लेने के लिए तैयार हैं। युद्धाभ्यास में नौसेना के 50 से अधिक जहाज शामिल होंगे जिनमें विमान वाहक से लेकर विध्वंसक तक शामिल हैं। 80 से अधिक लड़ाकू जेट, हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी हिस्सा लेंगे। ज़मीनी टुकड़ी में 1,100 लड़ाकू वाहन शामिल होंगे। 133 टैंक और 533 पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन शामिल हैं।
इस अभ्यास में पोलैंड में नाटो की त्वरित प्रतिक्रिया बल को तैनात करने और बाल्टिक राज्यों, जर्मनी, नॉर्वे और रोमानिया जैसे कमजोर क्षेत्रों को सुरक्षित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इतने बड़े पैमाने पर किए जा रहे युद्धाभ्यास को लेकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नाटो भविष्य में रूस के साथ संभावित टकराव की तैयारी कर रहा है।
नाटो द्वारा रूस सीमा के पास किए जाने वाले इस युद्धाभ्यास की योजना को लेकर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस के उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को ने इसे उकसाने वाली कार्रवाई बताते हुए इसे व्यापक रूप में रूस के खिलाफ पश्चिम द्वारा छेड़ा गया हाइब्रिड युद्ध कहा है। रूस और नाटो के बीच पहले से ही बेहद तनावपूर्ण संबंध रहे हैं। ऐसे में ताजा मामला इस तनाव को और बढ़ा सकता है।
बता दें कि यूक्रेन के साथ रूस की जंग अब भी जारी है। 21 जनवरी को रूस के कब्जे वाले यूक्रेन के एक बाजार पर मिसाइल हमले में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिसाइल रविवार सुबह दोनेत्स्क शहर के उपनगर तेकस्तिलशचिक में गिरी। रूसी अधिकारियों का कहना है कि मिसाइल यूक्रेन द्वारा दागी गई।