19 मई को जापानी शहर हिरोशिमा में होगी क्वाड के नेताओं की अहम बैठक, हिंद महासागर में मिल रही चीनी चुनौती पर होगी चर्चा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 19, 2023 08:12 PM2023-05-19T20:12:37+5:302023-05-19T20:14:08+5:30
इस बैठक के बारे में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रपति बिडेन द्वारा ऑस्ट्रेलिया यात्रा स्थगित करने के बाद क्वाड नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि वे हिरोशिमा में अपनी शिखर बैठक करेंगे। बैठक में क्वाड की प्रगति को चिह्नित करने के लिए चारो नेता एक साथ चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 19 मई को जापानी शहर हिरोशिमा में क्वाड के नेताओं के साथ अहम बैठक करेंगे। पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस और जापान के फुमियो किशिदा के साथ तीसरी व्यक्तिगत क्वाड बैठक में भाग लेंगे। जापान जी 7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भी कर रहा है और इसी दौरान क्वाड नेता भी मिल कर कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे जिसमें हिंद महासागर में चीन से मिल रही चुनौती प्रमुख है।
इस बैठक के बारे में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रपति बिडेन द्वारा ऑस्ट्रेलिया यात्रा स्थगित करने के बाद क्वाड नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि वे हिरोशिमा में अपनी शिखर बैठक करेंगे। बैठक में क्वाड की प्रगति को चिह्नित करने के लिए चारो नेता एक साथ चर्चा करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने एक बयान में कहा, "रणनीतिक आकलन साझा करने के साथ, नेता सुरक्षित डिजिटल प्रौद्योगिकी, पनडुब्बी केबल, बुनियादी ढाँचे की क्षमता निर्माण और समुद्री डोमेन जागरूकता पर क्वाड सहयोग के नए रूपों का स्वागत करेंगे।"
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति बिडेन ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीस, साथ ही जापान और भारत के प्रधानमंत्रियों को हिरोशिमा में बैठक के लिए तैयार होने के लिए धन्यवाद दिया।
बता दें कि जी-7 समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन और क्वाड नेताओं की बैठक में भाग लेने के लिए जापान के हिरोशिमा पहुंचे पीएम मोदी ने जापान की धरती से चीन और पाकिस्तान को संदेश भी दिया। जापानी प्रकाशन निक्की एशिया के साथ एक साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ "सामान्य और पड़ोसी संबंध" चाहता है, लेकिन आतंकवाद से मुक्त अनुकूल माहौल बनाना और आवश्यक कदम उठाना इस्लामाबाद की जिम्मेदारी है।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन गतिरोध के को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार एवं प्रतिबद्ध है। उन्होंने पड़ोसी मुल्कों के साथ सामान्य द्विपक्षीय रिश्तों के लिए सीमा पर शांति की आवश्यकता पर जोर दिया।