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हत्या के मामले में 40 साल से जेल में बंद शख्स ने फिर किया संलिप्तता से इनकार

By भाषा | Updated: November 9, 2021 13:21 IST

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केन्सास सिटी (अमेरिका), नौ नवंबर (एपी) अमेरिका की केन्सास सिटी में तीन लोगों की हत्या के मामले में 40 साल से जेल में बंद एक शख्स ने सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान एक बार फिर अपराध से कोई लेना-देना ना होने की बात कही। इतने साल बाद भी उसके समर्थक और विरोधी जी-जान से मामले में अपने तर्क सही ठहराने में जुटे हैं।

केविन स्ट्रिकलैंड ने कहा, ‘‘ मेरा इन हत्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। मैं किसी भी तरह घटनास्थल के करीब भी नहीं था।’’

स्ट्रिकलैंड ने कहा कि 1979 में सजा सुनाए जाने के बाद से ही, वह रिहा होने के लिए लड़ाई लड़ रहा है।

जैक्सन काउंटी अभियोजक जीन पीटर्स बेकर, अन्य कानूनविदों और राजनेताओं का कहना है कि स्ट्रिकलैंड को दोषी ठहराए जाने में गलती हुई है।

जीन पीटर्स बेकर ने कहा कि उसे दोषी ठहराए जाने में उपयोग हुए साक्ष्य खारिज कर दिए गए थे या उन्हें अस्वीकृत कर दिए गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘ यह तिहरे हत्याकांड से जुड़ा मामला है, जिसमें तीन युवाओं की हत्या की गई थी। इस मामले में केविन स्ट्रिकलैंड को दोषी ठहराए जाने से यह बर्बर घटना बदतर हो गई।’’

स्ट्रिकलैंड के मामले में गवाहों की पेशी के लिए सुनवाई, कानूनी प्रक्रियाओं के कारण महीनों की देरी के बाद सोमवार को हुई। सुनवाई ज्यादातर राज्य अटॉर्नी जनरल के कार्यालय द्वारा दायर प्रस्तावों के कारण स्थगित हो रही थी। रिपब्लिकन अटॉर्नी जनरल एरिक श्मिट ने कहा कि उनका मानना ​​है कि स्ट्रिकलैंड हत्याओं का दोषी है।

स्ट्रिकलैंड और अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के वकीलों ने शुरुआती बयानों के दौरान कहा था कि गोलीबारी में जिंदा बची सिंथिया डगलस ने अपने बयान में स्ट्रिकलैंड की पहचान हमलावर के तौर पर की थी। स्ट्रिकलैंड के समर्थकों का कहना है कि मृत्यु से पहले डगलस अपने बयान से मुकर गईं थी।

अटॉर्नी जनरल के कार्यालय में सहायक अभियोजक एंड्रयू क्लार्क ने कहा कि स्ट्रिकलैंड को दोषी ठहराने के लिए सबूत मौजूद हैं। डगलस और उनके पति के बीच फोन पर हुई बातचीत के रिकॉर्ड मौजूद हैं, जिसमें डगलस ने कहा था कि वह स्ट्रिकलैंड की उसकी बेगुनाही साबित करने में मदद करने में कोई दिलचस्पी नहीं रखतीं। गोलीबारी की रात इस्तेमाल की गई बंदूक पर भी स्ट्रिकलैंड की उंगलियों के निशान मिले थे। वह बंदूक विंसेट बेल की थी, जिसने बाद में हत्याओं के मामले में अपना दोष स्वीकार कर लिया था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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