लाइव न्यूज़ :

इमरान खान के खिलाफ ऑडियो लीक में होगी कानूनी कार्रवाई, शहबाज सरकार ने दी मंजूरी

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: October 2, 2022 15:38 IST

पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और आजम खान के खिलाफ ऑडियो लीक मामले में जांच की सिफारिश कर दी है।

Open in App
ठळक मुद्देपूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कथित ऑडियो लीक मामले में बढ़ीशरीफ कैबिनेट ने उनके और अन्य सहयोगियों के खिलाफ औपचारिक रूप से जांच की मंजूरी दीइमरान खान के साथी और मामले में आरोपी शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जांच से कोई खौफ नहीं है

इस्लामाबाद:पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कथित ऑडियो लीक मामले में उस समय बढ़ गईं, जब शहबाज शरीफ सरकार की कैबिनेट ने उनके और मामले में शामिल अन्य सहयोगियों के खिलाफ औपचारिक रूप से जांच और कार्रवाई की मंजूरी दे दी।

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन के मुताबिक रविवार को इस बात की जानकारी सामने आयी कि शहबाज सरकार ने इमरान खान, शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और आजम खान के खिलाफ जांच की सिफारिश कर दी है। जानकारी के मुताबिक इस संबंध में शरीफ कैबिनेट ने शुक्रवार को सुझाव भेज दिया था कि ऑडियो रिकॉर्डिंग के सामने आने के बाद पूर्व पीएम खान और अन्य सहयोगियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

बताया जा रहा है कि इमरान खान और उनके सहयोगियों शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और उनके पूर्व प्रमुख सचिव आजम खान के बीच कथित तौर पर अनौपचारिक फोन बातचीत उजागर हुई है, जिसमें कथित तौर पर पीटीआई प्रमुख अपने सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश का जिक्र कर रहे हैं।

समाचार पत्र डॉन के अनुसार 1 अक्टूबर को जारी हुए कैबिनेट दस्तावेजों से पता चलता है कि शुक्रवार को हुई शरीफ कैबिनेट की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, उनके राजनीतिक सहयोगियों और तत्कालीन सचिव की बातचीत के बारे में जांच और कार्रवाई के लिए एक उप-समिति के गठन का प्रस्ताव दिया गया है।

बताया जा रहा है कि मामले में जांच के लिए सरकार शीर्ष जांच एजेंसी (एफआईए) के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम का गठन जल्द ही कर सकती है। जिसका मुख्य उद्देश्य मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध को सिद्ध करना और उसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए सिफारिश की मांग की जा सकती है।

इमरान खान के खिलाफ जांच करने वाली उप समीति में सरकार में गठबंधन दलों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ कई मंत्री भी शामिल होंगे और इस मामले को राजनयिक साइबर रिकॉर्ड की चोरी के तहत एक अक्षम्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है, जो आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के उल्लंघन के तहत आता है।

वहीं शरीफ सरकार के इस फैसले के बाद इमरान खान की पीटीआई की ओर से वरिष्ठ नेता और मामले में आरोपी शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि शरीफ कैबिनेट ने यह साबित कर दिया है कि वास्तव में साइबर फोन लीक में इमरान खान की सत्ता को अपदस्थ करने के लिए साजिश रची गई थी।

उन्होंने रविवार को मुल्तान में आयोजित एक जनसभा में कहा, "सरकार ने साइबर फोन लीक पर हमारे रुख को स्वीकार कर लिया है। हमारी पार्टी सरकार द्वारा घोषित किसी भी जांच से नहीं डरती हैं। हमने कभी ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जिससे पाकिस्तान के हितों को ठेस पहुंचे। हमने सम्मान के साथ इस देश की सेवा की और आगे भी करते रहेंगे।"

टॅग्स :इमरान खानशहबाज शरीफपाकिस्तानShah Mahmood QureshiIslamabad
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO

विश्वपाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जिंंदा हैं या नहीं!

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?