पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार (28 नवंबर) को करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखी है। इस कॉरिडोर के चलते भारतीय सिख श्रद्धालु करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक वीजा रहित यात्रा कर सकेंगे। बताया जा रहा है कि यह कॉरिडोर छह महीने के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा।
वहीं, करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए हुए हैं। इस दौरान कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने अपने संबोधन में भारत को लेकर कहा है, 'जंग नहीं करनी है तो दोस्ती के अलावा दूसरा रास्ता क्या है। कौन सा जुर्म किया था सिद्धू ने यहां आकर...जैसा मैं कल से यहां (पाकिस्तान) मैं देख रहा हूं उस हिसाब से आप यहां आकर चुनाव लड़ लीजिए। आप चुनाव जीत जाएंगे...पंजाब में खासतौर पर।'
आगे उन्होंने कहा, 'आखिर में मैं यह भी बताना चाहता हूं कि मैंने जो दो किस्म के राजनेता बताए थे, उनमें से एक होता है जोकि ख्वाब देखता है और दूसरा वह होता है जो डर डरकर अपना वोट बैंक देखता है। दूसरा नफरत फैलाकर वोट लेता है और एक इंसानों को जोड़कर वोट लेता है।'
उन्होंने कहा, 'मैं ये उम्मीद रखता हूं कि ये न हो कि हमें सिद्धू की इंतजार करनी पड़े कि जब वह प्रधानमंत्री बनेगा तब हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की दोस्ती होगी। मैं उम्मीद करता हूं कि वहां (भारत) में ऐसी लीडरशिप आ जाए कि उनमें पहले ही ताकत हो...लीडरशिप में ताकत होती है।'
सिद्धू के मुताबिक, दोनों देशों को नफरत और आपसी दूरियां मिटाकर आगे बढ़ना होगा। शिलान्यास कार्यक्रम में एक फिल्म दिखाई गई, जिसमें जिन्ना से लेकर नवजोत सिंह सिद्धू के बयानों को दिखाया गया।
आपको बता दें, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी सिद्धू शामिल हुए थे। उन्होंने इसी साल अगस्त में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसके बाद करतारपुर साहिब का मुद्दा उठा। भारत लौटने के बाद सिद्धू ने कहा था कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने उनसे कहा कि पाकिस्तान करतारपुर साहिब के लिए गलियारा खोल सकता है।