नई दिल्ली: इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने हाल में केरला में फिलिस्तीन के समर्थन में हुई रैली पर आपत्ति जाहिर की। फिर, उन्होंने कहा कि रैली में वर्चुअली जुड़े हमास चीफ खालीद मार्शल और गाजा को पूरी तरह से भारतीय आतंकवादी सूची में शामिल करने की बात रखी है।
असल में केरला में फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली का आयोजन हुआ था। इस रैली में हमास प्रमुख खालीद मार्शल ने वर्चुअली जुड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने कहा, अविश्वनीय! कतर से वर्चुअली जुड़े हमास आतंकवादी खालीद मार्शल ने इस इवेंट में नारा दिया 'बुलडोजर से हिंदुत्व और रंगभेदी यहूदीवाद को उखाड़ फेंको' की।
उन्होंने आगे कहा, मार्शल ने इवेंट में बोला है कि अपना गुस्सा सड़कों पर जाहिर करो और जिहाद के लिए तैयार रहो, हमास को आर्थिक मदद भेजो, फिलिस्तीन का एजेंडा सोशल मीडिया पर सेट करो। इन बातों पर राजनायिक ने गुस्सा जाहिर कर साफ केंद्र सरकार से कहा कि हमास को आईएसआईएस की तरह भारत की आतंकवादियों की सूची में शामिल करना चाहिए।
जमात-ए-इस्लामी के युवा संगठन एकजुटता युवा आंदोलन द्वारा केरला में यह प्रोग्राम कराया गया है। इसमें मार्शल वर्चुअली जुड़े थे। वहीं, भाजपा की केरला यूनिट के उपाध्यक्ष वीटी रीमा ने इस पूरे प्रकरण पर कहा, "धर्मनिरपेक्ष भारत में इस्लामिक आतंकवादी के ग्रुप ने बताया दिया कि उनकी असली मानसिकता क्या है।"
वहीं, भाजपा केरला अध्यक्ष के सुरेंद्रम ने केरल में एलडीएफ सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा इस तरह का इवेंट अस्वीकार है।